जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह द्वारा जिला स्थापना शाखा का निरीक्षण किया गया।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद :- निरीक्षण के क्रम में संचिका/ पत्र के निष्पादन की स्थिति, कर्मियों की उपस्थिति एवं उनके आवंटित कार्य , कर्मियों के दायित्व के अनुसार निष्पादन एवं लंबित कार्य कीअद्यतन स्थिति , कर्मियों के स्वीकृत/ रिक्त पद की स्थिति की जांच की।
जिलाधिकारी ने अनुकंपा नियुक्ति से संबंधित संचिका 2 माह से लंबित रखने तथा अनुकंपा के एक अन्य मामले में 7 दिन से पत्र दबाये रखने के मामले को गंभीरता से लेते हुए लिपिक श्री गोपाल नंदन को निलंबित कर दिया है तथा 7 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण की मांग की गई है कि आपकी लापरवाही एवं कृत्य के विरुद्ध क्यों नहीं विभागीय कार्रवाई का संचालन किया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि अनुकंपा नियुक्ति जैसे संवेदनशील एवं गंभीर मामले में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी बल्कि पूरी सहानुभूति और संवेदना के साथ सरकारी प्रावधान के अनुरूप अविलंब निष्पादन आवश्यक है। प्राप्त पत्रों का मासिक लेखा संधारण नहीं करने के कारण जिला स्थापना शाखा के प्रधान लिपिक से भी स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी ने सरकारी प्रावधान के अनुसार प्रति 6 माह पर एक बार निरीक्षण करने का निर्देश स्थापना उप समाहर्ता को दिया है। साथ ही स्थापना उप समाहर्ता एवं कर्मीगण को अनुकंपा नियुक्ति एवं विभागीय कार्रवाई संबंधी मामलों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है। इसके पूर्व जिला स्थापना शाखा का निरीक्षण 2014 ईस्वी में तत्कालीन जिला पदाधिकारी श्री एन सरवन द्वारा की गई थी। निरीक्षण के क्रम में ज्ञात हुआ की प्रधान लिपि के जिले में कुल 70 स्वीकृत पद हैं जिसमें 66 रिक्त हैं तथा मात्र चार कार्यरत हैं। प्रधान लिपिक के पद प्रोन्नति से भरने वाले पद हैं जो माननीय न्यायालय के आदेश तथा सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देश के आलोक में स्थगित हैं। जिला अंतर्गत लिपिक के 189 पद रिक्त हैं विदित हो कि जिला में लिपिक के 717 पद स्वीकृत हैं जिसमें 528 कार्यरत हैं। उसी तरह से आशुटंकक(स्टेनो) के 25 पद स्वीकृत हैं जिसमें 9 कार्यरत हैं तथा 16 पद रिक्त हैं। चालक के जिला में 70 स्वीकृत पद हैं जिसमें 19 कार्यरत हैं तथा 51 रिक्त है। समूह घ के अंतर्गत कार्यालय परिचारी का 481 पद स्वीकृत हैं जिसमें 335 कार्यरत है तथा 146 पद रिक्त हैं। अमीन के 72 स्वीकृत पद हैं जिसमें दो कार्यरत हैं तथा 70 रिक्त हैं। राजस्व कर्मचारी के 331 स्वीकृत पद हैं जिसमें 55 कार्यरत है तथा 276 रिक्त है। उक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा होना है इसके लिए जिला स्तर से पूर्व में ही सभी पदो के भरने हेतु अधियाचना की जा चुकी है। 2018 ईस्वी में परीक्षा भी हुई थी किंतु अभी तक पदस्थापन नहीं हुआ है। जिलाधिकारी ने लिपिकों की वरीयता सूची का निर्धारण 2 सप्ताह के अंदर करने का निर्देश दिया है ताकि वरीयता के आधार पर प्रभारी प्रधान लिपिक बनाया जा सके। जिला में कुल 36 लिपिक पर विभागीय कार्रवाई चल रहा है जिसमें 9 का निष्पादन किया गया है तथा 27 लंबित है। जिलाधिकारी ने स्थापना उप समाहर्ता को समीक्षा कर निष्पादन कराने का निर्देश दिया है। सेवांत लाभ के मामले में इस वर्ष 13 सेवानिवृत्त कर्मियों को सेवांत लाभ दिया जा चुका है। विगत वर्ष के 10 सेवानिवृत्त कर्मियों को भी सेवा सेवांत लाभ दिया जा चुका है। जिलाधिकारी के साथ जिला स्थापना शाखा के वरीय पदाधिकारी सह अपर समाहर्ता श्री अरुण कुमार झा स्थापना उप समाहर्ता श्री प्रवीण कुंदन जिला गोपनीय प्रभारी श्री सुभाष नारायण जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री प्रमोद कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।