*पटना:-जिलाधिकारी श्री चंद्रशेखर सिंह ने धान अधिप्राप्ति कार्य की नियमित समीक्षा के क्रम में जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला प्रबंधक राज्य खाद्य निगम सहित कई अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की तथा लक्ष्य के अनुरूप उपलब्धि हासिल करने एवं कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया।…*

समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जिला अंतर्गत 242 सक्रिय समितियां हैं जिसमें 231 पैक्स तथा 11व्यापार मंडल हैं।
त्रिलोकीनाथ प्रसाद आज 2692.795 मेट्रिक टन धान का क्रय किया गया तथा अभी तक 47173.44 मेट्रिक टन धान का क्रय किया गया है। धान अधिप्राप्ति हेतु पूर्व में 1.80 लाख एमटी लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसे बढ़ाकर वर्तमान में 2.70लाख मैट्रिक टन किया गया है। जिलाधिकारी ने अधिप्राप्ति के कार्य में तेजी लाने हेतु पंचायत/पैक्स/प्रखंड में लक्ष्य का निर्धारण करने तथा प्रतिदिन प्रभावी मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया है।
सीएमआर की समीक्षा के क्रम में जिला प्रबंधक राज्य खाद्य निगम द्वारा अवगत कराया गया कि कुल 75 मिलर द्वारा राज्य खाद्य निगम के पोर्टल पर निबंधन कराया गया है उसमें से 60 मील का भौतिक सत्यापन कर जिला टास्क फोर्स से अनुमोदन किया गया है। जिलाधिकारी ने शेष 15 मील का भौतिक सत्यापन करने तथा तदनुसार अनुमोदन की कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। पिछले वर्ष 66 मिलर थे ।इस वर्ष संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। इच्छुक व्यक्ति द्वारा निबंधन कराया जा सकता है।
जिला प्रबंधक ने बताया कि 246 लॉट चावल राज्य खाद्य निगम को उपलब्ध कराया गया है जिसमें से 97 लॉट का 7.29 करोड़ रुपए का भुगतान विभिन्न पैक्सों को राज्य खाद्य निगम द्वारा किया गया है। जिला अंतर्गत कुल 13 सीएमआर गोदाम है जिसमें प्रत्येक गोदाम की छमता 49 मीट्रिक टन है। जिलाधिकारी ने सीएमआर जमा करने की कार्रवाई में तेजी लाने का निर्देश दिया है। साथ ही सीएमआर के भुगतान की कार्रवाई में भी तेजी लाने का निर्देश दिया है।
कैश क्रेडिट के मामले में जिन समितियों के संशोधित लक्ष्य का 40 प्रतिशत 1 करोड़ से
अधिक है उन्हें 1करोड़ राशि, जिन समितियों के संशोधित लक्ष्य का 40 प्रतिशत 1 करोड़ से कम है उन्हें 40 प्रतिशत राशि उपलब्ध कराई जाएगी ।
जिलाधिकारी ने धान अधिप्राप्ति मैं लक्ष्य के अनुरूप उपलब्धि हासिल करने हेतु सभी प्रखंडों में प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी एवं प्रखंड कृषि पदाधिकारी को सक्रिय एवं तत्पर करने तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी को मॉनिटरिंग करने तथा अनुमंडल पदाधिकारी को समन्वयक की भूमिका निभाने का निर्देश दिया है।