किशनगंज : सीमांचल को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की बात बकवास, भ्रम फैला रहे कुछ लोग : दिलीप जयसवाल

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 23 और 24 सितम्बर को बिहार के सीमांचल इलाके के पूर्णिया में आ रहे हैं। गृहमंत्री के तौर पर उनकी यह पहली सीमांचल यात्रा है। सीमांचल में पहली बार गृहमंत्री अमित शाह का आगमन हो रहा है, जिसे लेकर तरह-तरह के कयास लगाया जा रहे हैं एवं चर्चाओं का बाजार गर्म हो चुका है। उनके आगमन को लेकर किशनगंज, पूर्णिया, अररिया, सहित बंगाल के कुछ जिलों को मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है। कहा जा रहा है कि बिहार के सीमांचल के करीब 4 जिलों और पश्चिम बंगाल के इस इलाके से लगते कुछ जिलों को जोड़कर एक केंद्र शासित प्रदेश बनाया जा सकता है। इस खबर से अमित शाह का दौरा आगमन के पहले ही विवादों में घिर गया है। इस बीच, रविवार को बीजेपी के प्रदेश कोषाध्यक्ष सह विधान पार्षद डॉ दिलीप कुमार जयसवाल ने इस मुद्दे पर सफाई देते कहा है गृहमंत्री की यात्रा के दौरान ऐसा कुछ नही होने जा रहा है। ये बात केवल अफवाह है, इसमें कोई सत्यता नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अफवाह फैला रहे है। डॉ दिलीप कुमार जयसवाल ने कहा कि गृह मंत्री की इस यात्रा के दौरान कुछ सरकारी कार्यक्रम तो है ही, पूर्णिया में रैली समेत 09 जिला के मुख्य कार्यकर्ताओं के साथ कई बैठक भी होगी। अमित शाह के बिहार दौरे पर बीजेपी के कोषाध्यक्ष ने कहा कि सीमांचल का क्षेत्र चिकन नेक के भी नजदीक है उधर नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार का बॉर्डर उस इलाके से नजदीक है। वे देश के गृह मंत्री हैं लिहाजा वहां के अधिकारियों की भी बैठक करने वाले हैं और पूर्णिया में बड़ी रैली करने वाले हैं। जयसवाल ने कहा कि सीमांचल इलाका बीजेपी का बहुत बड़ा गढ़ रहा है। पहले हम पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज जीत चुके हैं। गृह मंत्री की इस यात्रा से पार्टी इस इलाके में और मजबूत होगी और बिहार में मिशन 35 प्लस को और बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती इलाके मजबूत रहें, सक्षम रहें इसकी कोशिश है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई गृह मंत्री जाकर दो दिन तक उस इलाके में रहेगा। इसलिए पूरे इलाके में उत्साह की लहर है। पार्टी के एक एक कार्यकर्ता कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए दिन रात लगे हुए। गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 23 और 24 सितंबर को सीमांचल के दो दिवसीय दौरे पर होंगे। नीतीश कुमार के अलग होने के बाद इस दौरे को लेकर बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है।