किशनगंज : सदर अस्तपताल के लिपिक पर गिरी गाज, विभाग के आदेश पर सीएस ने किया निलंबित
रिश्वत मांगने के अलावा उमेश चौधरी पर कई आरोप है। आधी रात को सिविल सर्जन कार्यालय में महत्वपूर्ण फाइल के साथ छेड़छाड़ का भी आरोप लग चुका है

किशनगंज, 25 अगस्त (के.स.)। धर्मेंद्र सिंह, भ्रष्टाचार के विरुद्ध केवल सच लाइव डाट इन का असर, केवल सच लाइव डाट इन ने कोचाधामन के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित लिपिक उमेश चौधरी का सिविल सर्जन कार्यालय में कार्यरत के समय 50 हजार रूपये रिश्वत मांगने का वायरल वीडियो का प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया गया था। जिसके आधार पर विभागीय जांच किया गया, जांच में आरोप सत्य पाया गया। इसके बावजूद सिविल सर्जन ने कोई कार्रवाई नहीं किया। लेकिन आठ माह के बाद विभागीय आदेश पर सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर को झुकना पड़ा, और लिपिक उमेश चौधरी को निलंबित कर दिया गया। रिश्वत मांगने के अलावा उमेश चौधरी पर कई आरोप है। आधी रात को सिविल सर्जन कार्यालय में महत्वपूर्ण फाइल के साथ छेड़छाड़ का भी आरोप लग चुका है। गौर करे कि आठ माह पहले लिपिक उमेश चौधरी के द्वारा ठाकुरगंज प्रखंड के पौआखाली डिजिटल एक्स-रे का लाइसेंस एवं चाभी देने के एवज में 50 हजार रुपये मांगने का वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो वायरल मामले में डीएम श्रीकांत शास्त्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन कर उक्त मामले का जांच कराया था। पौआखाली स्थिति मरगूब डिजिटल एक्स-रे सेंटर में जांच टीम ने दस्तक दी थी।एक्स-रे सेंटर के पास लाइसेंस नहीं होने के कारण सेंटर को सील कर दिया गया था। उक्त एक्स-रे सेंटर को खोलने और लाइसेंस देने के नाम पर लिपिक उमेश चौधरी के द्वारा 50 हजार रुपए की मांग की गई थी। इस संबंध मे पूछे जाने पर सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने कहा कि लिपिक उमेश चौधरी पर अनियमितता को लेकर विभाग के आदेश पर निलंबित कर दिया गया है।