मिशन 60 दिवस : सदर अस्पताल में सुविधाजनक इलाज के साथ बेहतर माहौल का हो रहा निर्माण।

अस्पताल में सेवा व सुविधाओं के विस्तार से बढ़ेगा लोगों का भरोसा।
- स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता व पहुंच के स्तर पर सुधार को लेकर हो रहा जरूरी प्रयास।
- जल्द ही अतिक्रमणकारियों के कब्जे से मुक्त कराया जाये अस्पताल का मुख्य द्वार परिसर
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले के सदर अस्पताल में जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री की अगुआई में जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित हर कदम बढ़ते कदम अभियान अब अपने अगले चरण में पहुंच चुका है। स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण को लेकर संचालित मिशन 60 दिवस अब अपने आखिरी चरण में है। लिहाजा सदर अस्पताल अपने नये स्वरूप में दिखने लगा है। अस्पताल में कई जरूरी सुविधाओं का विकास हुआ है। अस्पताल की क्रियाशीलता व दृष्टिगत बदलाव को लेकर संचालित अभियान के तहत अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सकीय इंतजाम व बाहरी परिसर को सुसज्जित व सुव्यवस्थित इंतजाम सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से अस्पताल में संचालित विकासात्मक कार्यों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। अभियान के सफल संचालन को लेकर लगातार जिला पदाधिकारी से लेकर वरीय अधिकारियों द्वारा निरंतर अस्पताल का अनुश्रवण व निरीक्षण किया जा रहा है। इसी क्रम में 04 एवं 05 नवम्बर को सूबे की मिशन 60 डेज की टीम ने जिलापदाधिकारी के साथ सदर अस्पताल का निरीक्षण कर गैप अस्सेस्मेंट किया। उन्होंने अस्पताल परिसर में अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सकीय इंतजाम, ओपीडी व इमरजेंसी सेवाएं, निर्माणाधीन भवन, पार्किंग के इंतजाम, वेटिंग जोन सहित अन्य कार्यों का गंभीरतापूर्वक मुआयना किया। अस्पताल की क्रियाशीलता व दृष्टिगत बदलाव को लेकर संचालित कार्यों का सफल संचालन सुनिश्चित कराने का आदेश उन्होंने दिया। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि जिला अस्पताल में सप्ताह के सातों दिन 24x 7 की तर्ज पर आपातकालीन सेवा, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से संबंधित सभी सेवाएं, सर्जरी व आर्थोपेडिक विभाग के प्रमुख सर्जरी आरंभ करना तथा ओपीडी को सुचारू रूप से कार्य करना सुनिश्चित किया जाएगा। . इसके अलावा डायलिसिस, रेफरल एवं एंबुलेंस, डायग्नोस्टिक जैसे एक्स-रे, सीटी स्कैन, आरटीपीसीआर समेत अन्य जांच की सुविधाएं और काउंसिलिंग तथा नियत समय पर दवाइयों की उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया जाना है। सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अनवर आलम ने बताया अस्पताल में चिकित्सकीय सेवा को बेहतर करने के साथ सपोर्ट सर्विस को भी बेहतर करने पर भी जोर दिया जा रहा है। जिसमें सुरक्षा दृष्टिकोण से अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरा तथा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों के मुताबिक मरीजों व उनके स्वजनों की सुविधा के लिए वेटिंग रूम, लांड्री की व्यवस्था, पीने का पानी एवं शौचालय की व्यवस्था के अलावा अन्य रख-रखाव को सुदृ़ढ़ करना शामिल होगा। साथ ही प्रसव कक्ष, एसएनसीयू, ओपीडी, इमरजेंसी रूम एवं एम्बुलेंस में फ़ोन कनेक्टिविटी को सुनिश्चित करने का कार्य किया गया हैं। वही शहर के मुख्य सड़को से सदर अस्पताल के लिए संकेत बोर्ड लगाया गया है। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अनवर आलम ने बताया कि मिशन 60 दिवस अभियान के क्रम में बेहतर चिकित्सकीय सेवाओं को ध्यान में रखते हुए कई जरूरी कार्य संपन्न कराये गये हैं। मरीजों की सुविधा के लिये “मे आई हेल्प यू” काउंटर का संचालन शुरू किया गया है। यह दूर-दराज के मरीजों को इलाज संबंधी जरूरी जानकारी उपलब्ध करायेगा। अस्पताल के विभिन्न वार्डों को ग्लोसाइन बोर्ड के माध्यम से दर्शाया गया है। इसके अलावा पार्किंग, विश्रामालय, गार्डन जैसे जरूरी इंतजाम किये गये हैं। अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं को टेलीविजन स्क्रीन पर प्रदर्शित करने, माइकिंग के जरिये जरूरी सेवाओं की जानकारी लोगों को उपलब्ध कराने सहित किये गये अन्य इंतजाम रोग व उनके परिजनों की सुविधा व सहूलियत को ध्यान में रखते हुए किया गया है। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया की अस्पताल परिसर में बेतरतीब ढंग से वाहनों की पार्किंग पर सख्ती पूर्वक रोक का आदेश दिया। चिह्नित स्थानों पर वाहन की पार्किंग सुनिश्चित कराने को कहा। अस्पताल के मुख्य द्वार परिसर को अतिक्रमणकारियों के कब्जे से मुक्त कराया जायेगा। अस्पताल के जीर्णोद्धार संबंधी कार्यों पर संतोष जाहिर करते हुए इसे ससमय पूरा करने के साथ सदर अस्पताल में बने सभी शौचालयों के साफ-सफाई का बेहतर इंतजाम नियमित रूप से सुनिश्चित किया जायेगा। निरीक्षण के क्रम में सूबे से आये गैप अस्सेमेंट की टीम ने बताया कि अस्पताल में सुविधाजनक इलाज व बेहतर माहौल के निर्माण का प्रयास किया जा रहा है। इससे सरकारी अस्पताल के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ेगा। अस्पताल में कम कीमत पर जरूरी जांच, सीटी स्कैन, डाइलेसिस, सुरक्षित प्रसव जैसे कई इंतजाम उपलब्ध हैं। किया गया है। टीम के सदस्य ने बताया व्यवस्था में सुधार हुआ है लेकिन और सुधार करने की आवश्यकता है। यह सतत चलने वाली प्रक्रिया है ताकि अस्पताल आने वाले मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा सके।