सहकारी समितियों को किया जायेगा समृद्ध : प्रेम
सुधा उत्पादों का अमेरिका एवं अन्य देशों में निर्यात हो रहा

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/पटना। बिहार विधान परिषद में सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने सहकारिता विभाग, गन्ना उद्योग विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग एवं वन एवं पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग के अनुदान मांग पर चर्चा के बाद सरकार की ओर से जवाब देते हुए कहा कि राज्य सरकार सहकारी संस्थाओं को समृद्ध करते हुए प्रदेश में सहकारिता को बढ़ावा दे रही है। मंत्री ने कहा कि वर्तमान डेयरी प्लांट का क्षमता विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण करना तथा नये आधुनिक डेयरी प्लांट का स्थापना करना सरकार की प्राथमिकता है। वहींशीतलीकरण व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए राज्य में मार्केटिंग को विस्तारित कर शेष बचे हुए शहरी क्षेत्र तथा छोटे-छोटे बाजार तक ले जाना है। इसके अलावा गव्य तकनीक से संबंधित विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम अपनाकर गव्य व्यवसाय से जुड़े हुए किसानों को मानव बल संसाधन के रूप में विकसित करने का कार्यक्रम है। उन्होंने बताया कि सुधा उत्पादों का अमेरिका एवं अन्य देशों में निर्यात हो रहा है। इसके तहत सुधा गाय का घी 1 लीटर, 5 लीटर, 10 लीटर का निर्यात अमेरिका में करने के लिए सारी तैयारियाँ पूरी। वहीं सुधा गुलाब जामुन 1 किलो पैक साईज का कनाडा में निर्यात के लिए सारी तैयारियाँ पूरी है। इसके पहले कनसाईं मेंट को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा 7 मार्च, 2025 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। अतएव उपरोक्त के आलोक में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए योजनात्मक स्कीम एवं गैरयोजनात्मक स्कीम (स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय) के सफल क्रियान्वयन के लिए 17 अरब/81 करोड़ 47 लाख 90 हजार मात्र व्यय को वहन करने के लिए उपस्थापित बजट प्रस्ताव में सदस्यों की स्वीकृति प्रार्थित है। चचा्र में राजद के सुनील कुमार सिंह, जदयू के खालिद अनवर, निर्दलीय माहेश्वर सिंह सहित अन्य सदस्यों ने भाग लिया। सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य में एक बिहार राज्य सहकारी बैंक है, जबकि 23 जिलों मेें केंद्रीय सहकारी बैंक कार्यरत है। सहकारी बैंकों की फिलहाल 290 शाखाएं कार्यरत हैं। शेष 15 जिलों में केंद्रीय सहकारी बैंक और 244 प्रखंडों में बैंक की शाखाएं स्थापित करने की कार्रवाई तेजी से की जा रही है। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को आसानी से साख की सुविधा उपलब्ध कराना है। सहकारिता मंत्री ने सहकारी बैंकों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में धान की अधिप्राप्ति में सहकारी बैंक के माध्यम से कुल 4.63 लाख किसानों को 9120 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। वहीं, वर्ष 2023-24 में कुल 83064 किसानों को 247.94 करोड़ रुपये का किसान क्रेडिट कार्ड ऋण वितरित किया गया है। चालू वित्तीय वर्ष में पिछल्ले माह तक कुल 46259 किसानों को 171.58 करोड़ रुपये के केसीसी ऋण वितरित किया गया है। उन्होंने कहा कि गेहूं की खरीदारी राज्य में 1 अप्रैल से शुरू होगी। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त देयता समूह की महिलाओं के माध्यम से बैंक के दरभंगा, सहरसा, बिहट, मोतिहारी शाखा एवं जिला केंद्रीय सहकारी बैंक मगध, बेगूसराय, गोपालगंज एवं पाटलिपुत्र द्वारा 13175 सदस्यों को 52.321 करोड़ ऋण विभिन्न कृषि संबद्ध गतिविधियों के लिए दी गयी है। इससे महिलाओं को आर्थिक बल मिल रहा है। कहा कि राज्य के 21 जिलों के 100 चयनित पंचायतों में आवश्यक बाजार लिंकेज प्रदान कर किसानों को उपज का उचित मूल्य एवं कृषि इनपुट की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के उद्देष्य से पंचायत स्तरीय 100 किसान उत्पादक संगठन का गठन किया गया है। श्री कुमार ने कहा कि 502 सहकारिता प्रसार पदाधिकारी एवं 32 अंकेक्षकों सहित कुल 572 पदों पर नियुक्ति के लिए अधियाचना बीपीएससी/बीएसएससी से की गयी है। उन्होंने कहा कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में 300 प्रकार की सेवाएं पैक्स द्वारा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लगभग 5841 पैक्सों में कॉमन सर्विस सेंटर की स्थापना की जा चुकी है। पैक्सों द्वारा पेट्रोल पंप आउटलेट एवं डीजल आउटलेट स्थापित किया जा रहा है। इससे पैक्स के मुनाफे में वृद्धि होगी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नये अवसर सृजित होंगे। वाल्मीकिनगर पैक्स (पश्चिमी चंपारण) में पेट्रोल पंप शीघ्र खुलने की संभावना है। सहकारिता मंत्री ने कहा कि जन औषधि केन्द्र की स्थापना के तहत चयनित 190 पैक्सों में से 120 पैक्सों में जन औषधि केन्द्र की स्थापना की स्वीकृति दी गयी है। वर्तमान में 18 पैक्सों को ड्रग लाइसेंस और 15 को स्टोर कोड तथा 14 पैक्सों में जन औषधि केंद्र का संचालन हो रहा है। प्रथम चरण में राज्य के 4477 पैक्सों को कम्प्यूटरीकृत किया जा रहा है। दूसरे चरण में 1601 पैक्सों में कम्प्यूटरीकरण के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने बताया कि अररिया, गया, सासाराम और जमुई में चिड़िया घर की स्थापना की जायेगी, जबकि कैमूर में रिजर्व टाइगर स्थापित किया जायेगा।