डीएम ने की शिक्षा विभाग की समीक्षा; सर्व शिक्षा अभियान एवं प्रधानमंत्री पोषण योजना में प्रगति का लिया जायजा

गुणवत्तापूर्ण उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता : डीएम
30 जून तक सभी विद्यालयों में विद्यालय शिक्षा समिति गठित करने का डीएम ने दिया निदेश
त्रिलोकी नाथ प्रसाद– जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि विद्यार्थियों को *गुणवत्तापूर्ण उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।* वे आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षात्मक बैठक की अध्यक्षता करते हुए पदाधिकारियों को संबांेधत कर रहे थे। *डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि विद्यालयों का सफल संचालन तथा योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करना सभी पदाधिकारियों का दायित्व है। इसके लिए सभी को प्रतिबद्ध रहना होगा।*
आज की बैठक में डीएम डॉ. सिंह द्वारा दिनांक 25 अप्रैल, 2022 की बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की स्थिति की समीक्षा की गई तथा अद्यतन प्रगति का जायजा लिया गया। जिले के शैक्षिक परिदृश्य, नामांकन, शिक्षकों की संख्या, सर्व शिक्षा अभियान का क्रियान्वयन, कस्तूरबागांधी बालिका विद्यालय का संचालन, प्रधानमंत्री पोषण योजना के संचालन की स्थिति, खाद्यान्न उठाव, समग्र शिक्षा, शौचालय, छात्रवृत्ति, पोशाक, साईकिल, मेधावृत्ति योजना, मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम, समावेशी शिक्षा, छात्र पुलिस कैडेट कार्यक्रम, इ- संबंधन पोर्टल के माध्यम से निजी विद्यालयों के ऑनलाइन प्रस्वीकृति, शिक्षा का अधिकार अधिनियम का क्रियान्वयन, शिक्षक प्रशिक्षण, विद्यालयों में असैनिक कार्य सहित विभिन्न पहलुओं पर प्रगति की समीक्षा की।
जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना श्री अमित कुमार द्वारा जिला पदाधिकारी के संज्ञान में लाया गया कि जिले में कुल 4,776 विद्यालय हैं, जिसमें 4,045 प्रारंभिक, 269 माध्यमिक एवं 462 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है। कुल नामांकित विद्यार्थियों की संख्या 12,75,635 है, जिसमें प्राथमिक विद्यालयों में 608983, मध्य विद्यालयों में 364844, माध्यमिक विद्यालयों में 205735 तथा उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में 96073 छात्र-छात्राएँ नामांकित हैं। प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या 14,202 है। *डीएम डॉ. सिंह द्वारा निर्देश दिया गया कि प्राथमिक से लेकर उच्चतर माध्यमिक तक बच्चों के नामांकन की निरंतरता को बनाए रखने के लिए रणनीति बनाकर उसका क्रियान्वयन करें।
जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पूरे जिले में पीएम पोषण योजना से आच्छादन हेतु एवं आच्छादित विद्यालयों की संख्या क्रमशः 3149 एवं 3033 है। 8600 रसोईया-सह-सहायक कार्यरत है। डीएम डॉ. सिंह ने 25 अप्रैल, 2022 की बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी को रसोईया की रिक्ति के विरूद्ध प्रक्रिया का अनुपालन करते हुए शीघ्र बहाली प्रक्रिया पूर्ण करने का निदेश दिया था। जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में *कुल 175 विद्यालयों में 207 रसोइया- सह- सहायक की बहाली पूर्ण कर ली गई है। डीएम डॉ सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को शेष विद्यालयों में भी 30 जून तक रसोइयों की बहाली सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।* उन्होंने कहा कि रसोइया पीएम पोषण योजना के मुख्य आधार-स्तंभ है।
डीएम डॉ. सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को पेयजल के कारण पीएम पोषण योजना में प्रभावित 31 विद्यालयों की सूची पंचायतवार उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंताओं को विद्यालयों में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निदेश दिया।
डीएम डॉ. सिंह ने 25 अप्रैल, 2022 की बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी को उन विद्यालयों में विद्यालय शिक्षा समिति का गठन करने का निदेश दिया था जहां इसका गठन नहीं हुआ था। *जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जिला पदाधिकारी के संज्ञान में लाया गया कि* 3,065 प्रारंभिक विद्यालयों में से 3,041 विद्यालयों में विद्यालय शिक्षा समिति का गठन किया जा चुका है। केवल 24 विद्यालयों में इसका गठन किया जाना शेष है। *डीएम डॉ सिंह ने निदेश दिया कि शेष विद्यालयों में भी 30 जून तक विद्यालय शिक्षा समिति का गठन कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु शत-प्रतिशत विद्यालयों में विद्यालय शिक्षा समिति गठित रहना चाहिए।*
डीएम डॉ0 सिंह ने कस्तूरबागांधी बालिका विद्यालयों में नामांकन लक्ष्य के विरूद्ध उपलब्धि की समीक्षा की। विगत बैठक तक नामांकन में उपलब्धि 2,656 थी, जो बढ़कर 3,204 हो गया है। यह नामांकन लक्ष्य 3,700 का 87 प्रतिशत है। डीएम डॉ. सिंह ने कस्तूरबागांधी बालिका विद्यालयों में नामांकन लक्ष्य के विरूद्ध शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करने का निदेश दिया। उन्होंने अप्रैल माह की बैठक में 01 मई 2022 तक बेलछी, दुल्हिनबाजार, पुनपुन, मोकामा, एवं मसौढ़ी में कस्तूरबागांधी बालिका विद्यालय का संचालन प्रारंभ करने का निदेश दिया था। *जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में उपर्युक्त सभी 5 प्रखंडों में 1 मई, 2022 से कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का संचालन प्रारंभ हो गया है।* डीएम डॉ. सिंह ने पदाधिकारियों को इन विद्यालयों का निर्धारित निरीक्षण करने का निदेश दिया।
डीएम डॉ. सिंह ने बैठक में सामग्र शिक्षा के क्रियान्वयन की समीक्षा की। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि वितीय वर्ष 2021-22 से केन्द्र सरकार द्वारा सभी केन्द्र प्रायोजित योजना हेतु राशि व्यय/भुगतान पीएफएमएस (पब्लिक फाईनेन्सियल मैनेजमेंट सिस्टम) के द्वारा किया जाना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अंतर्गत राशि की नगद निकासी नहीं की जा सकेगी तथा राशि सीधे लाभांवितों, वेंडर एवं सप्लायर के खाते में जाएगी। सामग्र शिक्षा हेतु राज्य स्तर पर एक सिंगल नोडल एजेंसी (एसएनए) एकाउन्ट राज्य द्वारा चयनित बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है। इसी एसएनए के अंतर्गत सभी क्रियान्वयन एजेंसियों यथा- जिला, प्रखण्ड कस्तूरबा एवं विद्यालयों का जीरो बैलेंस सब्सिडरी बैंक खाता खोला जाना है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि जिला प्रखंड एवं कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय का लक्ष्य के विरूद्ध शत-प्रतिशत खाता खोल लिया गया है। विद्यालय शिक्षा समिति/एसएमडीसी में निर्धारित लक्ष्य 3,489 के विरूद्ध 3,051 खाता खोला गया है। डीएम डॉ. सिंह ने शेष खातों को 20 दिन के अंदर खोलने का निदेश दिया।
डीएम डॉ0 सिंह ने इस बैठक में समावेशी शिक्षा की समीक्षा की। विदित हो कि विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के थेराप्युटिक प्रबंधन हेतु जिले में चार संसाधन कक्ष-अदालतगंज, बिहटा, बाढ़ एवं समपतचक-उपलब्ध है। समावेशी शिक्षा अंतर्गत 66 विशेषज्ञ कार्यरत हैं। डीएम डॉ0 सिंह ने इन संसाधन कक्षों पर प्रशिक्षित विशेषज्ञों द्वारा फिजियोथेरेपी, ब्रेल प्रशिक्षण, स्पीच थेरेपी, श्रवण क्षमता का आकलन, व्यवहार प्रबंधन सहित विभिन्न सुविधाएँ उपलब्ध कराने का निदेश दिया।
विदित हो कि समावेशी शिक्षा अंतर्गत 0-18 आयुवर्ग के दिव्यांग बच्चों का दिनांक 25 अप्रैल 2022 से 10 जून 2022 तक गृहवार सर्वेक्षण कार्य कराया जाना है। इसमें सर्वेक्षण के साथ-साथ अनामांकित बच्चों का नामांकन भी निकट के विद्यालयों में कराया जाना है। वर्तमान में 958 दिव्यांग छात्र/छात्राओं को चिन्ह्ति कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराया गया है। जिला संसाधन कक्ष +2 ग्रामीण उच्च विद्यालय चकबैरिया, प्रखंड संपतचक को दिनांक 05.05.2022 से विधिवत प्रारंभ कर दिया गया है, तथा वहाँ आने वाले दिव्यांग बच्चों का जाँच एवं उपचारात्मक कार्य किया जा रहा है। अभी तक उपस्थित कुल 12 बच्चों को परामर्श सेवा तथा दैनिक दिनचर्या का अभ्यास कराया जा रहा है। उक्त में से 8 बच्चों को जाँच कर श्रवणयंत्र दिया गया।
डीएम डॉ. सिंह ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत निपुण भारत मिशन के तहत गतिविधियों की समीक्षा की। बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान गतिविधियों के सफल संचालन हेतु जिला स्तर पर जिला बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मिशन का गठन किया गया है। मिशन अंतर्गत संचालित कार्यक्रम माईक्रो इम्प्रूभमेंट प्रोजेक्ट ‘‘पढ़ेगा बिहार, बढ़ेगा बिहार’’ के तहत 100 दिवस रिडिंग कैम्पेन चलाया जा रहा है। डीएम डॉ. सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों एवं प्रखंड विकास पदाधिकारियों का ओरियन्टेशन कार्यक्रम आयोजित करने का निदेश दिया।
पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजनान्तर्गत पटना जिला में 41,496 छात्रों का छात्रवृत्ति भुगतान हेतु जिला छात्रवृत्ति समिति द्वारा अनुमोदन कर दिया गया है । इसके विरुद्ध 25,648 आवेदकों की छात्रवृत्ति राशि का भुगतान डीबीटी के माध्यम से किया गया है। अनुमोदन प्राप्त 12,654 आवेदनों पर ऑनलाइन भुगतान प्रक्रियाधीन है। डीएम डॉ सिंह ने शेष आवेदनों का शीघ्र निष्पादन करने का निर्देश दिया।
डीएम डॉ0 सिंह ने प्रारंभिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में अतिरिक्त वर्ग कक्षों एवं शौचालयों का निर्माण तथा विद्युतीकरण कार्य में प्रगति ला कर इसे ससमय पूर्ण करने का निदेश दिया। *उन्होंने विद्यालयों में स्वच्छता सुनिश्चित करने हेतु डेडिकेटेड व्यवस्था करने का निदेश दिया।*
डीएम डॉ0 सिंह ने सभी पदाधिकारियों को विद्यालयों का नियमित तौर पर औचक निरीक्षण करने का निदेश दिया।
डीपीआरओ पटना