*भाजपा जदयू को 3 करोड़ पंजीकृत मजदूरों के खून पसीने का देना होगा हिसाब: पवन खेड़ा*

*युवाओं के असल मुद्दों से ध्यान भटका रही है राज्य की एनडीए सरकार: पवन खेड़ा*
*गुरुओं को बगैर गुरु दक्षिणा दिए विश्व गुरु बनाने की हो रही है कवायद: कन्हैय्या कुमार*
त्रिलोकी नाथ प्रसाद/बिहार के 3 करोड़ पंजीकृत मजदूरों के खून पसीने का हिसाब राज्य की भाजपा जदयू सरकार को देना होगा, ये बातें एआईसीसी के मीडिया एवं पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने दरभंगा पहुंचे पलायन रोको नौकरी दो यात्रा के दौरान आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कही।
दरभंगा पहुंची पलायन रोको नौकरी दो यात्रा के दौरान बाघमोड़, बेला के निजी सभागार में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एआईसीसी मीडिया एवं पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने कहा कि भाजपा जदयू सरकार में बिहार के युवाओं को बेरोज़गारी, पेपर लीक और पलायन जैसे मुद्दों को लेकर आक्रोश है, वें निराश हैं और इन्हीं सब वाजिब और युवाओं के हित के मुद्दों को लेकर कांग्रेस पार्टी इस यात्रा को संचालित कर रही है, इस यात्रा से बिहार के प्रत्येक युवा की आवाज़ बुलंद हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि कन्हैया कुमार पलायन रोको नौकरी दो यात्रा के माध्यम से लगातार विभिन्न जिलों में जो मुद्दे उठा रहे हैं, उसे बाकी राजनीतिक दलों को आज नहीं तो कल उठाना ही पड़ेगा। आज सत्तारूढ़ दल हमारा ध्यान बांटना चाहता है, ताकि लोग असली मुद्दों पर बात न करें और वो अपनी नाकामी छिपा सकें। लेकिन हमने लगातार स्थानीय मुद्दों से लेकर राज्य के युवाओं और छात्रों के मुद्दों को इस यात्रा में उठाया और उसका व्यापक समर्थन हमें मिल रहा है। राज्य की सरकार के द्वारा अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए वास्तविक मुद्दों को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
वहीं यात्रा का नेतृत्व कर रहे एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैय्या कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में स्थानीय मुद्दों को तरजीह दी और कहा कि बिहार की सरकार के द्वारा सरकारी शिक्षकों को उनका वेतन नहीं दिया जा रहा है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में 2008 से लाइब्रेरियन की भर्ती नहीं हुई है। राज्य सरकार के द्वारा खेल कोटे से नौकरी लेने वाले छात्रों का कोटा खत्म कर दिया जाता है। वहीं डोमिसाइल नीति लागू न होने से दिव्यांगों को नौकरी नहीं मिल रही और पोलो ग्राउंड में खेलकूद छोड़कर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हो रहा है, जिसकी वजह से सेना की तैयारी करने वाले छात्रों को फिजिकल की तैयारी में बहुत तकलीफ होती है।
संवाददाता सम्मेलन में वित्त रहित शिक्षक संघर्ष समिति के डॉ राम मोहन झा ने बताया कि हजारों वित्त रहित स्कूलों, कॉलेजों में बिहार के लगभग 70% छात्र पढ़ते हैं लेकिन इन संस्थानों का अनुदान 2017 से लंबित पड़ा है।
संवाददाता सम्मेलन में एआईसीसी मीडिया एवं पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा, एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैय्या कुमार, विधान परिषद में दल के नेता और पूर्व अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा, नेशनल मीडिया कॉर्डिनेटर व राष्ट्रीय प्रवक्ता अभय दुबे, डॉ अजय उपाध्याय, बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, जिलाध्यक्ष सीताराम चौधरी सहित अन्य प्रमुख नेतागण मौजूद रहें।