*महिला शिक्षिका के अपमान पर भाजपा-जेडीयू की सरकार को शर्म आनी चाहिए – राजेश राम*

मुकेश कुमार/बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने जारी एक वक्तव्य में बताया कि जहानाबाद की घटना ने बिहार की आत्मा को आहत किया है। 04 सितम्बर 2025 को भाजपा-जेडीयू द्वारा आयोजित बंद के दौरान, एक महिला शिक्षिका जो केवल अपने कर्तव्य पालन हेतु विद्यालय जा रही थीं, उन्हें बीच सड़क पर रोका गया, गाली-गलौज और अभद्र व्यवहार किया गया। यह घटना बिहार की आधी आबादी पर सीधा हमला है।
-पीड़िता को ही प्रताड़ित कर रहा नीतीश मोदी राज-
लेकिन इससे भी शर्मनाक यह है कि पीड़िता महिला शिक्षिका की सुरक्षा और सम्मान की रक्षा करने के बजाय, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने उसी शिक्षिका को नोटिस थमा दिया और उल्टा दोषी ठहराने की कोशिश की। यह मानसिक प्रताड़ना और महिला अस्मिता के प्रति घोर असंवेदनशीलता है।
कांग्रेस पार्टी स्पष्ट शब्दों में कहना चाहती है:
यह घटना भाजपा-जेडीयू के चरित्र को उजागर करती है, जो महिलाओं के सम्मान और शिक्षा दोनों के विरोधी हैं। शिक्षिका पर कार्रवाई करना न केवल समूचे शिक्षक जगत के साथ अन्याय है बल्कि यह बिहार की संस्कृति और गौरव का भी अपमान है। सरकार को तत्काल शिक्षिका को प्रताड़ित करने वाले दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए और जिला शिक्षा पदाधिकारी का पत्र वापस लेकर शिक्षिका से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने आगे कहा है कि –
“बिहार की बेटियों और महिलाओं के सम्मान से खिलवाड़ करने वालों को जनता कभी माफ नहीं करेगी। भाजपा-जेडीयू की सरकार महिला विरोधी, शिक्षा विरोधी और संस्कृति विरोधी है। यह सरकार शिक्षिका को पढ़ाने से रोकने वालों के साथ खड़ी है और पढ़ाने वाली शिक्षिका को ही दोषी बना रही है। यह कायरता है और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।”