ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण की मिसाल बना बिहार सरस मेला 2025 – जद (यू0)

मुकेश कुमार/जद (यू0) प्रदेश प्रवक्ता श्री हिमराज राम एवं प्रदेश प्रवक्ता श्री परिमल कुमार ने जारी बयान में कहा कि ‘‘हुनरमंद हाथों से सजता बिहार’’ थीम के साथ बिहार सरस मेला 2025 आत्मनिर्भर बिहार और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। यह मेला न केवल ग्रामीण प्रतिभाओं को मंच प्रदान करता है, बल्कि बिहार की समृद्ध लोक संस्कृति, हस्तशिल्प और स्वदेशी उत्पादों को राष्ट्रीय पहचान भी दिलाता है।
इस भव्य आयोजन में देश के 25 राज्यों से आई महिला उद्यमी भाग ले रही हैं तथा 500 से अधिक स्टाॅलों के माध्यम से हस्तशिल्प, हथकरघा, पारंपरिक उत्पाद, स्थानीय व्यंजन और नवाचारों का शानदार प्रदर्शन किया जा रहा है। यह मेला महिलाओं की आर्थिक भागीदारी को सशक्त बनाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने का सशक्त माध्यम बन रहा है।
बिहार सरस मेला 2025 में आम जनता के लिए कई विशेष आकर्षण भी उपलब्ध कराए गए हैं, जिनमें फूड जोन, पालना घर, फन जोन, सेल्फी पाॅइंट, तथा आगंतुकों की सुविधा हेतु हेल्प डेस्क एवं स्वास्थ्य डेस्क शामिल हैं। ये सभी व्यवस्थाएं मेले को परिवार के हर वर्ग के लिए सहज, सुरक्षित और आनंददायक बनाती हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार द्वारा महिला स्वयं सहायता समूहों, ग्रामीण कारीगरों और उद्यमियों को जो निरंतर सहयोग मिल रहा है, उसी का साकार रूप बिहार सरस मेला है। यह मेला ‘लोकल से वोकल’ की सोच को मजबूत करते हुए बिहार को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।



