किशनगंज : मोटर साइकिल चोरों को गिरफ्तार करने गए सदर थानाध्यक्ष को गांव वालो ने घेर लिया और पीट पीट कर उनकी हत्या कर दी गई।
किशनगंज थाना अध्यक्ष अश्विनी कुमार को पश्चिम बंगाल के गोवालपोखर थाना क्षेत्र के पांतापाड़ा गांव में भीड़ के द्वारा पीट पीट कर हत्या।पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर में इलाज के दौरान हुई मौत।पूर्णिया आई जी सुरेश प्रसाद चौधरी ने की पुष्टि।
SHO अश्विनी कुमार बाइक चोरों को पकड़ने के लिए बंगाल के इस्लामपुर इलाके में चले गए।अपराधियों ने इनके खिलाफ लोगों को भड़का दिया।घटना के संबंध में बताया जाता है कि किशनगंज सहित सीमांचल में बाइक चोरी के बाद बाइक को पांजीपारा के पनतापारा में रखा जाता है।यहाँ बाइक चोरी का एक बहुत बड़ा रैकेट काम कर रहा है जिसमे गाँव के कई लोग शामिल है।यह सूचना जैसे ही सदर थाना अध्यक्ष अश्वनी कुमार को मिली वे सुबह 3 बजे अपने टीम के साथ पूरे रैकेट को पकड़ने के लिए निकल गए।जिसके बाद पंजीपारा पुलिस को बेकअप के लिए इसकी सूचना दी गई।बताया जाता है कि जैसे ही बिहार पुलिस की टीम गाँव मे घुसी मानो गाँव वाले इसी का इंतज़ार कर रहे थे, फिर चारो तरफ से घेरकर लोगो ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया।भीड़ की उग्रता देख बिहार पुलिस बार बार बंगाल पुलिस से मदद की गुहार लगाती रही मगर बंगाल पुलिस मदद के लिए नहीं पहुँची।जिसके बाद जान बचाने के लिए भागना शुरू कर दिया। इसी बीच भीड़ के हत्थे किशनगंज सदर थानाध्यक्ष अश्वनी कुमार चढ़ गए, जिन्हें उपद्रवियों ने बड़ी ही बेरहमी से पीट पीट कर हत्या कर दी।बताया जा रहा है मरने को कन्फर्म करने के लिए उनका गला भी दबाया गया है।
बंगाल के इस्लामपुर अस्पताल से शहिद थाना अध्यक्ष के पार्थिव शरीर किशनगंज के पुलिस लाइन पहुचते ही उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लग गया।पुलिस के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर सलामी देते हुए श्रद्धांजलि दी।
किशनगंज सदर थानाध्यक्ष हत्या कांड में बंगाल पुलिस ने मुख्य सरगना समेत तीन लोगों को किया गिरफ्तार।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, बिहार के किशनगंज नगर के थानाध्यक्ष (SHO) की बंगाल में भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी।घटना शनिवार सुबह करीब साढ़े तीन बजे तब हुई, जब SHO बाइक चोरों को पकड़ने के लिए बिहार की सीमा से निकलकर बंगाल के इस्लामपुर के पांतापारा इलाके में चले गए।यह इलाका किशनगंज टाउन से सिर्फ 10 किलोमीटर दूर है, इसलिए पुलिस टीम को अंधेरे में दूसरे राज्य की सीमा का अंदाजा नहीं लगा, लेकिन अपराधियों ने लोगों को भड़का दिया और भीड़ ने SHO की हत्या कर दी।अपराधियों ने यह अफवाह फैला दी कि बिहार की पुलिस बंगाल चुनाव में दखलंदाजी करने आई है।यह सुनकर लोग भड़क गए और किशनगंज पुलिस की टीम को घेर लिया।इस दौरान बाकी पुलिसकर्मी तो भागने में कामयाब रहे, लेकिन SHO अश्विनी कुमार समझाइश करने में फंस गए।लोगों ने उनकी एक नहीं सुनी और पीट-पीटकर मार डाला।जिस जगह घटना हुई, वह बंगाल के ग्वालपोखर विधानसभा इलाके में आती है, यहां 22 अप्रैल को वोटिंग होगी।मॉब लिंचिंग की घटना के बाद पूर्णिया के IG सुरेश प्रसाद चौधरी और किशनगंज के पुलिस कप्तान कुमार आशीष बंगाल के इस्लामपुर पहुंच गए और अश्विनी कुमार के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद किशनगंज भेज दिया।पूर्णिया के IG सुरेश प्रसाद ने बताया कि पांतापाड़ा गांव में मॉब लिंचिंग की घटना हुई है।बंगाल पुलिस की मदद से छापेमारी की जा रही है।वहीं, SP कुमार आशीष ने कहा कि पश्चिम बंगाल के पांजीपाड़ा पुलिस ने फिरोज आलम नामक एक शख्स को हिरासत में लिया है।पुलिस पूछताछ कर रही है।इस मामले में मुख्य आरोपी सहित पुलिस ने तीन को गिरफ्तार किया है।अश्विनी कुमार पूर्णिया जिले के जानकी नगर थाना इलाके के आजाद चौक स्थित पंचू टोला के रहने वाले थे।एक साल पहले ही उनका ट्रांसफर किशनगंज टाउन थाना में किया गया था।किशनगंज एसपी केवल सच से बाचतीत में कहा कि थानेदार अपनी टीम के साथ गए थे।वहां अपराधी प्रवृत्ति के लोगों के साथ मिलकर ग्रामीणों ने मॉब लिंचिंग कर हत्या कर दी।घटनास्थल पर जांच की जा रही है।गुरुवार रात को किशनगंज में लूट की घटना हुई थी।इसी में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए टाउन थाने की टीम बंगाल गई थी।
बिहार पुलिस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने कहा कि बंगाल में कानून कैद है।वहां पुलिस-वर्दी का कोई वजूद नहीं है।श्री सिंह ने बंगाल की लोकल पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वहां के लोकल थाना प्रभारी ने ओडी ऑफिसर को साथ जाने की बात कही थी।ओडी ऑफिसर ने पहले किशनगंज पुलिस टीम को आगे बढ़ाते हुए कहा कि आप बढ़िए, हम आते हैं।उधर गांव में पहुंचते ही लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया, जिसमें थानेदार अश्विनी कुमार की जान चली गई।दिवंगत थाना अध्यक्ष अश्विनी कुमार को गार्ड ऑफ ऑनर, पुलिस लाइन में दी गई सलामी, शव को उनके पैतृक जिला पूर्णिया भेजा जा रहा है।परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।विधान पार्षद दिलीप जायसवाल ने अश्विनी के शव पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद कहा कि इस मसले पर उनकी सीएम से बात हुई है।उनके संज्ञान में पूरा मामला है।उन्होंने कहा है कि मृतक के परिजनों को हर सम्भव मदद दी जाएगी और डीजीपी को सख्त से सख्त कार्रवाई करने को कहा है।दोपहर करीब 3.30 बजे शहीद पुलिस इंस्पेक्टर के शव को लेकर वाहनों का काफिला पैतृक गांव पहुंचा तो परिजनों के बीच चीख पुकार मच गई।करीब 4.30 बजे शहीद अश्विनी कुमार की पत्नी और तीनों बच्चे जब पटना से गांव पहुंचे और शव से लिपट बिलखने लगे तो लोगों के सब्र का बांध टूट गया।शाम करीब 05 बजे जिलाधिकारी राहुल कुमार और एसपी दयाशंकर ने जानकीनगर जाकर मृतक परिजनों से मिल ढाढस बंधाया।शहीद अश्विनी का अंतिम संस्कार रविवार को होगा।अश्विनी की एक बहन गोवा और दूसरी अहमदाबाद में रहती है, जिनके गांव पहुचने पर अश्विनी पंच तत्व में विलीन होंगे।बहरहाल हर दिल अजीज अश्विनी कुमार के इस तरह चले जाने को लेकर इलाके में कयासों और चर्चाओं का दौर जारी है।पूर्णिया रेंज के आईजी सुरेश प्रसाद चौधरी ने कहा कि शहीद इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार के परिजनों के मांगों को पूरा किया जाएगा।साथ ही उन्होंने कहा हत्या के मुख्य अभियुक्त सहित तीन लोगों की गिरफ्तारी की गई है, और अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए बंगाल पुलिस की मदद से छापेमारी जारी है।