“बिहार आइडिया फेस्टिवल 2025” का किशनगंज में भव्य आयोजन – स्टार्टअप संस्कृति को मिला नया मंच

किशनगंज,24जुलाई(के.स.)। बिहार सरकार के उद्योग विभाग और जीविका के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय, किशनगंज के ऑडिटोरियम में “बिहार आइडिया फेस्टिवल 2025” का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य जिले के युवाओं, विद्यार्थियों, कारीगरों और ग्रामीण नवाचारियों को स्टार्टअप व उद्यमिता के क्षेत्र में प्रोत्साहित करना और उन्हें बिहार स्टार्टअप नीति 2025 की योजनाओं से जोड़ना था।कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें जिले व राज्य के कई प्रतिष्ठित अतिथि उपस्थित रहे। सभी वक्ताओं ने युवाओं को नवाचार और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने हेतु प्रेरित किया।
प्राचार्य डॉ. भगवान श्रीराम ने अपने स्वागत भाषण में कहा, “बिहार के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं, जरूरत है उन्हें सही दिशा और संसाधन देने की। यह फेस्टिवल नवाचार को व्यवसाय में बदलने का सशक्त मंच है।” उन्होंने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया।
अमित कुमार, सहायक निदेशक, उद्योग विभाग ने स्टार्टअप नीति 2022 की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा स्टार्टअप के लिए ₹10 लाख तक का ब्याजमुक्त सीड फंड, तीन वर्षों तक मेंटरशिप, प्रशिक्षण और विभिन्न तकनीकी सहयोग की व्यवस्था की गई है।अनिल कुमार मंडल, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र (DIC), किशनगंज ने कहा कि स्थानीय कारीगर, किसान और महिलाएं पारंपरिक हुनर के जरिए व्यवसायिक सफलताएं प्राप्त कर सकते हैं। “DIC स्थानीय स्टार्टअप्स को हरसंभव मदद देने को प्रतिबद्ध है,” उन्होंने कहा।
अनुराधा चंद्रा, जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका ने “Startup Didi” अभियान की जानकारी दी और बताया कि कैसे महिला स्वयं सहायता समूह डिजिटल मार्केट, वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण के जरिए उद्यमिता में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।
प्रो. देवानंद पटेल, स्टार्टअप सेल प्रभारी, ने कॉलेज में संचालित गतिविधियों की जानकारी दी और छात्रों में स्टार्टअप संस्कृति को प्रोत्साहित करने की दिशा में कॉलेज के प्रयासों को रेखांकित किया।
मो. महिन रजा, जिला समन्वयक, स्टार्टअप सेल एवं मुकेश कुमार, एसएसयू ने छात्रों को पोर्टल पर अपने आइडियाज पंजीकृत करने की पूरी प्रक्रिया समझाई।कार्यक्रम में जिले के प्रोफेसर, छात्र-छात्राएं, स्थानीय कारीगर, महिला स्वयं सहायता समूहों की सदस्याएं और युवा नवप्रवर्तक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। उन्होंने अतिथियों से मार्गदर्शन प्राप्त किया और स्टार्टअप के क्षेत्र में अपनी सहभागिता सुनिश्चित की।
रिपोर्ट/धर्मेन्द्र सिंह