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प्रदूषण से बचाने के लिए दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला : इस दिवाली भी नहीं जलेंगे पटाखे, बिक्री पर लगा प्रतिबंध।..

गुड्डू कुमार सिंह:-दिल्ली : दिवाली आने पर बच्चों और युवाओं में बहुत उत्साह होता है। वे दिवाली पर पटाखों का जमकर आनंद लेना चाहते हैं। राजधानी में रहने वाले लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। राजधानी में इस वर्ष भी दिवाली पर पटाखों पर प्रतिबंध रहेगा। दिल्ली वाले इस बार भी पटाखे नहीं जला पाएंगे। दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि इस साल भी ‘प्रदूषण के खिलाफ युद्ध’ का अभियान चलेगा।

*अरविंद केजरीवाल ने लिया बड़ा फैसला*

दिल्लीवासियों को प्रदूषण से बचाने के लिए दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पटाखों पर प्रतिबंध की घोषणा करते हुए कहा कि पड़ोसी राज्यों से भी अपील की गई है कि वे भी पटाखों पर प्रतिबंध लगाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फैसला लिया है कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिवाली के मौके पर पटाखों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। किसी भी प्रकार के पटाखों का निर्माण, भंडारण, बिक्री, ऑनलाइन डिलीवरी एवं बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित है। सरकार पिछले दो साल से दिल्ली में ये फैसला ले रही है और दिल्ली की जनता भी इसका समर्थन कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में सर्दियों में प्रदूषण बढ़ जाता है, जो बच्चों और बुजुर्ग के लिए खतरनाक होता है।

*विंटर में प्रदूषण बढ़ जाता है*

अक्टूबर से दिल्ली की हवा की गुणवत्ता बिगड़ती है। इसके पीछे दो प्रमुख कारण होते हैं। पहला, अक्टूबर में मौसम में परिवर्तन होता है, जिससे तापमान गिरता है और हवा की गति पर भी प्रभाव पड़ता है। दूसरा, इसी समय किसानों के पराली जलाने की प्रक्रिया आसपास के राज्यों में शुरू हो जाती है, जिससे प्रदूषण बढ़ जाता है। इसलिए, दिवाली के पटाखों को जलाने से हालात और भी बदतर हो जाते हैं।

*मुहिम में शामिल होंगी आरडब्ल्यूए*

गोपाल राय ने कहा कि जिंदगी को बचाना भी जरूरी है और त्योहार मनाना भी। दिल्ली के अंदर पटाखों के खिलाफ अभियान शुरू किया जाएगा। इस मुहिम में रेजीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए), पर्यावरण मित्र और ईको क्लब सहित सभी दिल्लीवासियों को शामिल किया जाएगा। प्रत्येक व्यक्ति को अपने हिस्से के प्रदूषण को कम करने का प्रयास करना होगा। इसके लिए पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।

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