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भाकपा माले संकल्प सभा का आयोजन..

गडहनी-भोजपुर/गुड्डू कुमार, भाकपा-माले सह किसान नेता मुखिया अरुण सिंह के हत्या के खिलाफ गड़हनी प्रंखड परिसर में माले ने संकल्प सभा का आयोजन किया।इसस सभा मे अगिआंव विधानसभा के इलाका से हजारों की संख्या में जुलूस के सकल में मजदूर-किसान, छात्र- नौजवान, महिला-अल्पसंख्यक, बुद्धिजीवियों शामिल हुए। सभा के शरुआत के पहले दुलारपुर में पार्टी महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य का स्वागत कर सैकड़ों की संख्या में मोटरसाइकिल जुलूस के साथ सभा स्थल पर पहुंचे।सभा मे सबसे पहले झंडा फहराया गया उसके बाद शहीद कॉमरेड अरुण सिंह सहित तमाम शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए पुष्पर्पित किया गया।मुख्यवक्ता कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य, केंद्रीय कमेटी सदस्य मनोज मंज़िल, राजू यादव, तरारी विधायक सुदामा प्रसाद, इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य अध्यक्ष अजित कुशवाहा, इंसाफ मंच के राज्य सचिव कयामुद्दीन अंसारी, ऐपवा जिला सचिव इन्दु सिंह, अरुण सिंह के पुत्र अंशु सिंह ने सम्बोधित किया। सम्बोधित करते हुए माले महासचिव कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज देश आर्थिक संकट से गुजर रहा है और सरकार इस दौर में भी पूंजीपतियों का आर्थिक सेहत का ही ध्यान दे रही हैं।उनपर आर्थिक मंदी का मार नही पड़े।आर्थिक मंदी का मार हमेशा से दलित-गरीब, मजदूर-किसान झेलते थे लेकिन इस बार देश के बैंककर्मी, से लेकर नौकरी पेशा वाले डरे हुए हैं कि हमारी नौकरी कब चले जाए।सरकार आरबीआई के एक लाख सतर हजार रुपए ले लिया और वह पैसा गरीबों, किसानो को देने के बजाए पूंजीपतियों के लिए बैंक को दिया गया।उन्होंने धारा 370 पर बोलते हुए कहा कि सरकार बोल रही है कि हमने कश्मीरियों के लिए 370 हटाया लेकिन आज वहां कब लोग ईद नही मना आया रहें हैं, उनके अधिकारों को खत्म किया गया है।उन्होंने कहा कि अगर कश्मीर आरक्षण खत्म किया तो समाजिक आरक्षण भी खत्म किया जाएगा।इसी लिए मोहन भागवत बोले कि आरक्षण पर बात होनी चाहिए।देश एक आर्थिक मंदी से गुजर रहा है तो दूसरी तरफ 370 की बात हो रही है।उन्होंने अरुण सिंह की हत्या पर स्थानिय जनपतिनिधियों को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि एक जनपतिनिधि होने के नाते उन्हें इस घटना की निंदा करनी चाहिए।अरुण सिंह पहले एक जनप्रतिनिधि थे।भोजपुर की लड़ाई मुखिया चुनाव को लेकर शुरू हुई थी और आज 50 वर्ष बाद अगर अरुण सिंह मुखिया बनेंगे और गरीबों, किसानों-मजदूरों और माले की बात करेंगे तो उनकी हत्या कर दिया जाएगा।दिल्ली- पटना में ऐसी सरकार बनी है जो विरोध की आवाज नही उठने देना चाहती है यहां तक कि पंचायत में भी वह यही चाहते हैं।सरकार-सत्ता-बन्दूक के बक पर लोकतंत्र और हमारे अधिकार को छीन लेना चाहती है।भोजपुर का इतिहास लूटने के शान के बरख लड़ने की शान है माले इस शान ओर ही जयेगा और तमाम शहीदों के सपनो को मंज़िल पहुंचायेगे।सभा को संबोधित करते हुए मनोज मंज़िल ने कहा कि सामंती अपराधियो को जनता मुकम्मल जवाब देगी।अरुण सिंह दलितों-गरीबों लोकप्रिय नेता थे और जब-जब शहीदों के खून गिरा माले का झंडा और ऊंचा हुआ।राजू यादव ने संबोधित करते हुए कहा अरुण सिंह नए समाज का निर्माण करना चाहते थे।लेकिन सामंती ततक़तों ने उनकी हत्या कर दी इससे माले का कारवां रुकनेवाला नही है।इस देश मे हिन्दू खतरे में हैं लेकिन जब रविदास की मूर्ति तोड़ी गयी उस समय हिन्दू खतरे में नही है।सभा को सम्बोधित करते हुए मुखिया अरुण सिंह के पुत्र अंशु सिंह ने कहा कि हम अपने पिता के विचारों, उनके कार्यो को जन-जन तक पहुंचाएंगे।सभा मे भाकपा-माले पोलित ब्यूरो सदस्य स्वदेश भट्टाचार्य, राज्य सचिव कुणाल, जिला सचिव जवाहरलाल सिंह, अरुण सिंह, भाई मुन्ना सिंह, सुनील सिंह मुखिया काउप कलावती देवी, बड़गांव मुखिया बिनोद चौधरी मंच पर मौजूद थे।

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