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विधान सभा ऑडिटोरियम में विगत 25 वर्षों से दिव्यांगजनों की सेवा में समर्पित ‘भारत विकास एवम् संजय आनंद विकलांग अस्पताल एवम् रिसर्च सेंटर’ से जुड़े समाजसेवियों के सम्मान में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/कार्यक्रम के आरंभ में माननीय अध्यक्ष श्री नन्द किशोर यादव द्वारा ‘भारत विकास एवम् संजय आनंद विकलांग अस्पताल एवम् रिसर्च सेंटर’ से जुड़े अप्रवासी भारतीय श्री सुनील आनंद एवम् श्रीमती अनुपमा आनंद को सम्मानित किया गया ।तत्पश्चात संस्था के संस्थापक सदस्यों,संस्थान से जुड़े चिकित्सकों एवम् पत्रकारों को भी सम्मानित किया गया।

श्री सुनील आनंद ने अपने संबोधन में संस्था की स्थापना, संस्था के साथ अपने जुड़ाव और क्रियाकलापों पर विस्तार से प्रकाश डाला।

माननीय अध्यक्ष ने उपस्थित समाजसेवियों को संबोधित करते हुए कहा कि आपको सम्मानित करके मैं स्वयं सम्मानित महसूस कर रहा हूं। इस संस्था के स्थापना काल से ही यहां की गतिविधियों से जुड़ा हूं । विकलांगता मुक्त बिहार के लिए हम बिहारियों को बढ़–चढ़कर काम करना चाहिए। राजनीति के साथ सेवा करना मेरा ध्येय रहा है। सेवा के काम से असीम संतोष और आनंद प्राप्त होता है। दिव्यांगता मुक्त बिहार का लक्ष्य प्रशंसनीय है। हमें सतत प्रयासरत रहना है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस मिशन से जुड़ें । हमें साथ मिलकर ‘21 वीं सदी का बिहार : दिव्यांगता मुक्त बिहार’ के लक्ष्य को साकार करना है।

इस अवसर पर डॉक्टर शिवशंकर झा, श्री देशबंधु गुप्ता आदि ने भी अपने संबोधन में बिहार को दिव्यांगता मुक्त बनाने के लिए प्रयास किए जाने पर बल दिया।

कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन पद्मश्री से सम्मानित श्री विमल जैन ने एवम् धन्यवाद ज्ञापन बिहार विधान सभा की प्रभारी सचिव श्रीमती ख्याति सिंह ने किया।
संस्था के प्रबंध न्यासी विवेक माथुर ने समापन संबोधन में कहा कि राह चलते यदि कोई भी दिव्यांग दिखे तो उनको अस्पताल भेजने का प्रयास करें । इस अस्पताल में हाथ–पैर से वंचित दिव्यांगजनों को आर्टिफिशियल लिंब निःशुल्क प्रदान किया जाता है।

इस अवसर पर 25 वर्षों से दिव्यांगजनों की सेवा में समर्पित जयदीप–जया श्रीवास्तव, संजय–नीतू ड्रोलिया, अमर–रेखा कसेरा, वीणा गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

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