किशनगंज पहुंची ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा, राहुल गांधी ने उठाया OBC और जाति जनगणना का मुद्दा
कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ इस दौरान राहुल गांधी के स्वागत के लिए मौजूद रही। वहीं इस न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस नेताओं पर बिहार में बदले सियासी समीकरण को लेकर राजनीतिक उबाल भी हावी दिखा

किशनगंज, 29 जनवरी (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, बिहार में सियासी उलटफेर के बीच राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को बिहार में प्रवेश कर गयी। पश्चिम बंगाल से राहुल गांधी की यात्रा ने किशनगंज में प्रवेश किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ इस दौरान राहुल गांधी के स्वागत के लिए मौजूद रही। वहीं इस न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस नेताओं पर बिहार में बदले सियासी समीकरण को लेकर राजनीतिक उबाल भी हावी दिखा। आई.एन.डी.आई.ए. गठबंधन को लेकर भी प्रतिक्रिया दी गयी। सीमांचल में राहुल गांधी की यह यात्रा दो दिनों तक भ्रमण करेगीम किशनगंज से यह यात्रा शुरू हुई जहां भारी संख्या में कांग्रेस समर्थकों ने राहुल गांधी के साथ यात्रा की। राहुल गांधी की एक झलक पाने के लिए भीड़ बेताब दिखी। वहीं खुली गाड़ी में बैठकर राहुल गांधी ने सबका अभिवादन स्वीकार किया। राहुल गांधी से इस यात्रा के दौरान उनसे पूछा कि इस यात्रा का लक्ष्य क्या है और वो पैदल क्यो चल रहे हैं। तो उन्होंने इसका जवाब दिया और कहा कि आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा ने हिंसा फैला रखी है।
यह मोहब्बत का देश का है। हमें नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोजनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यात्रा में लाखों लोगो से मिले। लोग अपने दिल का दर्द हमें बताते थे। हिन्दुस्तान की राजनीति पर इस विचारधारा में बहुत असर पड़ा है। एक नई विचारधारा नफरत के खिलाफ मोहब्बत की खड़ी हुई है। राहुल गांधी ने कहा कि वो (BJP) नफरत और देश को बांटने की बात करते है। हम मोहब्बत और देश को जोड़ने की बात करते है। उन्होंने मणिपुर में भाई को भाई के खिलाफ लड़ा दिया। यह शर्म की बात है। देश के पीएम मणिपुर नहीं गए। मणिपुर जल रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि बिना सामाजिक और आर्थिक न्याय के देश तरक्की नहीं कर सकता।
उनके (केंद्र सरकार) विकास के वायदे झूठे है। इधर, किशनगंज पहुंचे कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने यात्रा के दौरान पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा का हमें असम के मुख्यमंत्री से खूब प्रचार मिला। नीतीश कुमार के विश्वासघात के बाद किशनगंज और बिहार की जनता राहुल गांधी का स्वागत कर रही है। हमें बिहार के मुख्यमंत्री या असम के मुख्यमंत्री से कोई प्रमाणपत्र नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमने सभी को निमंत्रण दिया है। नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कांग्रेस नेता ने केंद्र के इशारे पर यात्रा प्रवेश के एक दिन पहले राजनीति उलटफेर करने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा-मैं बिहार में ओबीसी समुदाय को बताना चाहता हूं कि 90 अधिकारियों में से केवल 3 ओबीसी हैं। और इस प्रकार ओबीसी के लिए बहुत कम पैसा आवंटित किया गया है। इसीलिए हमने इस दिशा में एक क्रांतिकारी कदम की बात कही है। भारत को अब पता होना चाहिए कि देश में ओबीसी दलितों की सही आबादी कितनी है। इसलिए हम भारत में जाति जनगणना चाहते हैं।