किसान आन्दोलन की आड़ में दुष्चक्र रचने वालों से सावधान रहें किसान भाई।।…

रंजीत कुमार सिन्हा भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी ने ठीक ही कहा है कि भारत के किसान मात्र देश के अन्नदाता ही नहीं हैं। हमारे किसान इस देश के सबसे प्रमुख स्तम्भ हैं। क्योंकि, भारत तो एक किसान प्रधान देश सदा से ही रहा हैं। बहुत ही थोड़े लोग इस देश में हो सकते हैं जिन्हें कि किसानों के वंशज होने का
https://youtu.be/nDxrkJVmL8I
गर्व प्राप्त नहीं है या जो किसानों का अपना पूर्वज मानने में अपने को शर्मिन्दा महसूस करते हैं। यह तो दुर्भाग्य है कि यह देश षडयंत्रपूर्वक सरदार बल्लभ भाई पटेल के हाथों में जाने से रोका गया, नहीं तो यह देश पूरे विश्व को खिलाने में अकेला सक्षम था। लेकिन, अब इस किसान आन्दोलन को कौन समर्थन कर रहा है ? यह तो आप रोज ही टेलीविजन पर देख रहे होंगे। वामपंथियों और नक्सलियों द्वारा सैंकड़़ों गाड़ियां आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, बंगाल, महाराष्ट्र से और न जाने कहां-कहां से भेजी जा रही हैं। इसमें कौन जा रहा है ? इसमें क्या कोई किसान भी जा रहा है? सारे के सारे “टुकड़े-टुकड़े गैंग’’ वाले जा रहे हैं, बाकायदा लाल झंडा लगाकर। इन्हें आर्थिक मदद कौन कर रहा है, इसकी भी जांच होनी चाहिए?