विश्व मानव तस्करी निषेध दिवस पर नीलाजी में जागरूकता सेमिनार, मानव तस्करी रोकथाम पर जोर

किशनगंज,31जुलाई(के.स.)। विश्व मानव तस्करी निषेध दिवस के अवसर पर गुरुवार को नीलाजी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), राहत संस्था और आई पार्टनर के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मानव तस्करी की रोकथाम, पीड़ितों के बचाव और इस अपराध के प्रति जन जागरूकता बढ़ाना था।
कार्यक्रम में स्थानीय समुदाय, बीएसएफ अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता व विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने सक्रिय भागीदारी की। राहत संस्था की सचिव डॉ. फरजाना बेगम ने कहा कि मानव तस्करी के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार जागरूकता है। उन्होंने लोगों से संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत पुलिस प्रशासन को सूचना देने की अपील की।
सेमिनार में मानव तस्करी के सामाजिक व आर्थिक कारणों, रोकथाम के उपाय और सामुदायिक सहयोग पर विस्तृत चर्चा हुई। इस मौके पर एम.एम. दानिश ने सरकार द्वारा संचालित उज्ज्वला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सहित विभिन्न पुनर्वास व सशक्तिकरण योजनाओं की जानकारी दी।
बीएसएफ इंस्पेक्टर लक्ष्मी धर सिंह, घनश्याम विश्वकर्मा, रिजवेश मुंडा, प्रमिला नेगी और संतोष समेत अन्य वक्ताओं ने भी मानव तस्करी रोकथाम पर अपने विचार रखे। बीएसएफ जवानों ने सीमा क्षेत्र में मानव तस्करी पर रोक के लिए अपने अनुभव साझा करते हुए कई सुझाव दिए।
स्थानीय लोगों ने इस आयोजन को सराहनीय कदम बताया और ऐसे कार्यक्रमों को नियमित रूप से आयोजित करने की मांग की। आयोजकों ने इसे मानव तस्करी के खिलाफ सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण पहल बताया।
रिपोर्ट/धर्मेन्द्र सिंह