अरविंद केजरीवाल का माननीय मुख्यमंत्री को पत्र महज राजनीतिक ड्रामेबाजी: अरविंद निषाद।…
मुकेश कुमार/जनता दल (यूनाइटेड) के प्रदेश प्रवक्ता श्री अरविंद निषाद ने आम आदमी पार्टी के संयोजक दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के द्वारा माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखे पत्र पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल अपनी डूबती हुई राजनीतिक कैरियर को बचाने के उद्देश्य से संविधान निर्माता डाॅ0 भीमराव अंबेडकर के नाम का सहारा ले रहें हैं। उन्होंने अरविंद केजरीवाल को चुनौती देते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी अपने दस वर्षों के शासन काल में देश की राजधानी दिल्ली में डाॅ0 बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के व्यक्तित्व व कृतित्व पर कोई एक काम किया हो तो वो बताएं? केवल राष्ट्रीय मीडिया में सुर्खियाँ बटोरने के लिये अरविंद केजरीवाल माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को पत्र लिख रहें है। दिल्ली विधानसभा के आगामी चुनाव में अनुसूचित जाति के कमजोर वर्गों के वोट प्राप्त करने के लक्ष्य के हिसाब से बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के लोगों को साधने के लिए आम आदमी पार्टी डाॅ0 अंबेडकर के नाम और काम सहारा ले रही है।
श्री अरविंद निषाद ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार काम में विश्वास करते हैं ना कि प्रचार में । उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के पंचायत में स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस के अवसर पर उस पंचायत के सबसे बुजुर्ग की उपस्थिति में झंडोत्तोलन कराने की परंपरा की शुरुआत माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने किया। अनुसूचित जाति के छात्रों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए डाॅ0 अंबेडकर छात्रावास का निर्माण बिहार के सभी जिलों में हुआ है। बिहार में न्यायिक सेवाओं की बहाली प्रक्रिया में अनुसूचित जाति को आरक्षण देने का काम किया। आज आरक्षण से अनुसूचित जाति का व्यक्ति न्याय की कुर्सी पर बैठ कर न्याय कर रहा है। अनुसूचित जाति उद्यमी योजना के तहत दस लाख रुपया अनुदान की व्यवस्था की गई है जहां आज हजारों की तादाद में अनुसूचित जाति के युवा उद्यमी बनकर सरकार की योजना का लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि न्याय के साथ विकास की अवधारणा से आज बिहार में सभी जाति एवं समुदाय के लोगों का विकास हो रहा है।