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अररिया : ड्यूटी का फर्ज निभाने वाले चौकीदार को मिला न्याय..

कोरोना महामारी के संकट की घड़ी में ये सुकून देने वाली खबर है।पद का धौंस दिखाने वाले कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार पर गिरी निलंबन की गाज।

अररिया/धर्मेन्द्र सिंह, दरअसल अररिया में चौकीदार के साथ सरकारी मुलाजिम के तौर पर कृषि पदाधिकारी ने अपने पद का रौब दिखाते हुए जो अशोभनीय व्यवहार किया था इसकी सभी जगह आलोचना होने लगी।कृषि पदाधिकारी ने जिस तरह बीच सड़क पर कानून के रक्षक को अनुशासन का पाठ पढ़ाया इससे सरकार पर भी सवाल उठने लगा।यह प्रकरण राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में छा गया।कृषि पदाधिकारी के अपमानजनक व्यवहार से सरकार की भी खूब किरकिरी हुई।अंतत: बिहार सरकार ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए अररिया के जिला कृषि पदाधिकारी को निलंबित कर दिया।कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने सख्त कदम उठाते हुए निलंबन का आदेश जारी किया।सुशासन की सरकार ने इस मामले पर जिस तरह का त्वरित एक्शन लिया इससे एक बात तो साफ हो गया कि सरकारी सेवक कोई भी कितने भी ऊंचे ओहदे पर हो कानून के सामने सभी समान हैं।गलत करेंगे तो कार्रवाई होना तय है।इसी चौकीदार प्रकरण के बारे में सूबे के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय को जैसे ही पता चला उन्होंने दिनांक-21.04.2020 को सबसे पहले पीड़ित चौकीदार गणेश ततमा से फोन पर न केवल बातचीत किये बल्कि चौकीदार का हौसला बढ़ाते हुए डीजीपी ने उन्हें कहा कि इस घटना के लिए मैं आपसे क्षमा मांगता हूं।जिस तरह से डीजीपी ने अपने पद को विस्मृत कर मानवीयता का परिचय दिया उसकी भी सराहना हो रही है।इसके अलावा जिस एएसआई ने चौकीदार को पदाधिकारी का धौंस दिखाते हुए उठक बैठक करवाया उसके खिलाफ डीजीपी ने तुरंत सख्त कार्रवाई करते हुए तत्काल निलंबित कर दिया।डीजीपी ने कहा कि चौकीदार हो या एसपी सभी पुलिस विभाग के सिरमौर हैं।इस तरह की कार्रवाई से ये जाहिर है कि कानून से खिलवाड़ करनेवाले को किसी हाल में नहीं बख्शा जाएगा।इस मामले पर जिस तरह जिला कृषि पदाधिकारी और एएसआई पर कानूनी कार्रवाई करते हुए सस्पेंड किया गया।इसके लिए सरकार की लोग सराहना भी कर रहे हैं।पूर्णियां विश्वविद्यालय सीनेट सदस्य और जदयू के पूर्व राज्य परिषद सदस्य सह बिहार प्रदेश प्रभारी कटिहार राकेश कुमार ने कहा कि जिस तरह डीजीपी ने बड़प्पन दिखाते हुए चौकीदार से क्षमा मांगी वह बिहार के लिए गौरव की बात है।उन्होंने कहा जिस तरह चौकीदार को न्याय मिला है इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय और कृषि मंत्री प्रेम कुमार बधाई के पात्र हैं।राकेश कुमार ने कहा कि कोरोना के संकट काल में जिस तरह पुलिसकर्मी, डाक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, पत्रकार, सफाईकर्मी और प्रशासन के लोग दिन रात जान की परवाह किए बिना संघर्ष कर रहे हैं ताकि हम सुरक्षित रह सकें।लॉकडाउन का पालन करते हुए हमलोग भी घरों में रहें और कोरोना फाइटर का सम्मान कर हौसला अफजाई करें।

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