पत्रकारों को गिरफ्तार किया जाना निंदनीय…
कुणाल कुमार – भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने न्यूज क्लिक के पत्रकारों को दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने की कड़े शब्दों में निंदा की है। हिरासत में लिए गए सभी वरिष्ठ पत्रकार हैं और ईमानदार हैं। ये सभी जनता के हित में सवाल उठाते रहे हैं और जनपक्षिय हैं। उर्मिलेश तो लंबे अरसे तक पटना में काम कर चुके हैं। उन्हें भी पुलिस की हिरासत में लिया गया है। ईमानदार और निडर पत्रकार के रूप में उन सबका नाम चर्चित है।
भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि हमारी पार्टी दृढ़ता से मीडिया के साथ और भाषण और अभिव्यक्ति की संवैधानिक रूप से संरक्षित स्वतंत्रता के लिए खड़ी है। पिछले नौ वर्षों में भाजपा सरकार ने जनता के सवाल उठाने वाले और सरकार से सवाल करने वाले पत्रकारों पर कार्रवाई की है। भाजपा सरकार ने पूंजीपतियों द्वारा मीडिया संगठनों पर कब्जा करने की सुविधा देकर मीडिया को अपने पक्षपातपूर्ण और वैचारिक हितों के लिए मुखपत्र में बदलने की भी कोशिश की है। सरकार और उसके विचारधारा से जुड़े संगठनों ने सत्ता के सामने सच बोलने वाले व्यक्तिगत पत्रकारों के खिलाफ प्रतिशोध का सहारा लिया है। भाजपा सरकार की दमनकारी कार्रवाइयां हमेशा केवल उन मीडिया संगठनों और पत्रकारों के खिलाफ होती हैं जो सत्ता के लिए सच बोलते हैं। विडंबना यह है कि जब देश में नफरत और विभाजन को भड़काने वाले पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात आती है तो भाजपा सरकार पंगु हो जाती है। राष्ट्रीय हित में भाजपा सरकार के लिए यह उचित होगा कि वह राष्ट्र और लोगों की चिंता के वास्तविक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करे और अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए मीडिया पर हमला करना बंद करे।