*देश को लिंबाराम और दीपिका जैसे धनुर्धर देने वाला झारखंड खेलो इंडिया जैसे टूर्नामेंटों के माध्यम से नए चैंपियन निकाल रहा है: तीरंदाजी कोच शिशिर महतो*

त्रिलोकी नाथ प्रसाद। भागलपुर स्थित- सैंडिस कंपाउंड में जारी खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में झारखंड के दो तीरंदाज पदक जीतने में सफल रहे हैं। तमन्ना वर्मा ने लड़कियों के रिकर्व वर्ग में 6-2 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता तो वहीं दिव्यांशु सिंह ने लड़कों के कंपाउंड वर्ग में रजत अपने नाम किया। झारखंड के तीन तीरंदाज इस प्रतियोगिता में उतरे थे, जिसमें से दो पदक जीतने में सफल रहे। देश को लिंबाराम और दीपिका कुमारी जैसे धुरंधर धनुर्धर देने वाला झारखंड से पिछले कुछ समय में कई शानदार खिलाड़ी निकले हैं।
सिल्ली स्थित बिरसा मुंडा तीरंदाजी अकादमी (खेलो इंडिया केंद्र) की तमन्ना के कोच शिशिर महतो का मानना है कि खेलो इंडिया गेम्स जैसी प्रतियोगिताओं से देश को ज्यादा से ज्यादा चैंपियन मिलेंगे। उन्होंने अपने पदक विजेता खिलाड़ियों का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे एक छोटी सी जगह से आने वाले खिलाड़ी खेलो इंडिया गेम्स के माध्यम से अपने परिवार और राज्य का नाम रौशन कर रहे हैं।
महतो ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के दौरान साई मीडिया से कहा, ” तमन्ना वर्मा अभी सिर्फ 15 साल की हैं। उन्होंने हाल में उत्तराखंड में आयोजित नेशनल गेम्स में रजत पदक जीता है और अब खेलो इंडिया यूथ गेम्स में कांस्य पदक जीती हैं। और अब वह यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए ट्रॉयल्स देंगी। इतने कम समय में इस तरह का प्रदर्शन करना किसी भी खिलाड़ी के लिए बहुत बड़ी बात है।”
उन्होंने आगे कहा, ” हम और हमारे सीनियर कोच प्रकाश राम की देखरेख में हमने खेलो इंडिया यूथ गेम्स के लिए खिलाड़ियों को तैयार किया है। सिर्फ दो साल के अंदर में ही तमन्ना और बाकी अन्य खिलाड़ियों ने नेशनल गेम्स सहित कई टूर्नामेंटों में पदक जीतकर दिखा दिया है कि उनके अंदर कितनी प्रतिभा है।”
15 साल की तमन्ना रांची से 60 किलोमीटर दूर सिल्ली स्थित ग्रामीण क्षेत्र में बिरसा मुंडा तीरंदाजी अकादमी में ट्रेनिंग करती हैं। ये अकादमी खेलो इंडिया गेम्स के तहत है और राज्य के अधिकतर बच्चे इसी में प्रैक्टिस करते हैं। इन खिलाड़ियों का घर अकादमी से 50 किमी दूर रामगढ़ में हैं और वे प्रतिदिन करीब 60 किलोमीटर का सफर तय करके ट्रेनिंग करने जाते है।