14 जिलों में तूफान की वजह से भारी तबाही, बिजली-पानी को तरस रहे लोगों का फूट रहा गुस्सा, सीएम ममता बोलीं-मैं माफी मांगती हूं या आप काट सकते हैं मेरा सिर..

अम्फान तूफान की वजह से पश्चिम बंगाल में 86 लोगों की जान चली गई।सबसे अधिक नुकसान दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, उत्तर 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिले में हुआ है।
सीएम ममता ने आवश्यक सेवाओं की बहाली के लिए सेना से मांगी मदद, सेना के करीब 175 जवानों ने टालीगंज, बालीगंज, राजारहाट/न्यू टाउन, डायमंड हार्बर और बेहाला पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है।
कोलकत्ता/डेस्क, अम्फान तूफान की वजह से पश्चिम बंगाल में हुई तबाही की वजह से कई इलाकों में लोगों काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली-पानी जैसी जरूरी सेवाओं के बहाल नहीं होने की वजह से कई जगह लोग सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी कर रहे हैं।इस बीच सीएम ममता बनर्जी ने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन बिजली पानी की आपूर्ति को शुरू करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है।इस दौरान वह यहा तक कह गईं कि ‘मेरा सिर काट लो’।ममता बनर्जी ने दिनांक-24.05.2020 की शाम कहा, ”यह बड़ी आपदा है।हमारी टीमें गंभीरता से काम कर रही हैं। राज्य में कम से कम 1 हजार टीम काम कर रही है।उनके साथ स्थानीय युवा भी काम कर रहे हैं।”ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय में कहा, ”लॉकडाउन लागू कराने और कानून व्यवस्था के अलावा पुलिस सेवा बहाली में भी मदद कर रही है।”अम्फान तूफान की वजह से पश्चिम बंगाल में 86 लोगों की जान चली गई।14 जिलों में तूफान की वजह से भारी तबाही हुई।सबसे अधिक नुकसान दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, उत्तर 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिले में हुआ है।दक्षिण कोलकाता के कई इलाकों में अब भी बिजली नहीं आई है।शहर के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं।दक्षिण कोलकाता के बेहाला से उत्तरी कोलकाता के बेलघोरिया तक लोग आक्रोशित हैं।दिनांक-24.05.2020 को लगातार दूसरे दिन लोगों ने सड़कों पर आकर सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। प्रदर्शनकारियों में अधिकतर महिलाएं थीं।उन्होंने कहा कि बिजली और पानी के बिना उन्हें बहुत दिक्कत हो रही है।कुछ जगहों पर पुलिस और लोगों के बीच झड़प भी हुई।कोलकाता में बिजली की स्थिति को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में बनर्जी ने कहा, ”मैं जानती हूं कि आपको असुविधा हो रही है।मैं आपसे माफी मांग सकती हूं या आप मेरा सिर काट सकते हैं।हम भी इंसान हैं, हम बहुत मेहनत कर रहे हैं।हम पूरी रात जग रहे हैं।1 करोड़ लोग बेघर हैं।वे लोग कैसे धीरज रखते हैं जिनके पास पीने का पानी नहीं है ? उन्होंने कहा कि लोगों को जमीनी हकीकत को समझना चाहिए और धैर्य रखना चाहिए।बनर्जी ने कहा, ”मैंने कलकत्ता इलेक्ट्रिक सप्लाई कॉर्पोरेशन को कम से कम 10 बार फोन किया।यहां तक कि मेरे पास सही फोन नेटवर्क नहीं है।मैं घर पर टेलीविजन नहीं देख सकती हूं।
कोलकाता और पड़ोसी जिलों के चक्रवात अम्फान से प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक सेवाओं की बहाली के लिए सेना तैनात की गई है।एक रक्षा अधिकारी ने यह जानकारी दी।
सेना की पांच टुकड़ियों को कोलकाता, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों के विभिन्न हिस्सों में तैनात किया गया है।राज्य के इन तीन हिस्सों ने चक्रवात के कारण सबसे अधिक नुकसान हुआ है।
सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक सेवाओं की जल्द बहाली और पुनर्निर्माण कार्यों के लिए सेना के पांच कॉलम तैनात किए गए हैं।सेना के करीब 175 जवानों ने टालीगंज, बालीगंज, राजारहाट/न्यू टाउन, डायमंड हार्बर और बेहाला पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है।