*31 अगस्त के मेगा वैक्सीनेशन कैंप की सभी तैयारी हुई पूरी।*

*2.50 लाख का बृहत लक्ष्य निर्धारित।*
*822 केंद्र हुआ चिह्नित।*
*822 टीम में 967 एएनएम, 888 डाटा इंट्री ऑपरेटर के अतिरिक्त भारी संख्या में कर्मियों की हुई तैनाती।*
*जिला से लेकर अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरीय अधिकारी द्वारा की जाएगी लगातार मॉनिटरिंग।*
*जिलाधिकारी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर अधिकारियों से तैयारी का लिया जायजा।*
*जिलाधिकारी ने अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए समन्वित प्रयास करने तथा शत- प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने का दिया निर्देश।*
त्रिलोकी नाथ प्रसाद-जिलाधिकारी पटना डॉ चंद्रशेखर सिंह ने जिला में टीकाकरण अभियान को गति प्रदान करने तथा शत प्रतिशत लोगों को टीकाकरण से आच्छादित करने हेतु विशेष रणनीतिक पहल की है। इसके लिए 31 अगस्त को मेगा वैक्सीनेशन ड्राइव का आयोजन किया गया है। इस अभियान के कुशल प्रबंधन एवं सुचारु संचालन हेतु जिलाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित संबंधित जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की तथा सभी एसडीओ से अनुमंडल वार तैयारी की स्थिति का फीडबैक प्राप्त किया। उन्होंने सभी अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने हेतु समन्वित प्रयास करने को कहा।
इस अभियान को सफल बनाने हेतु सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को पीएचसी में सुबह 7:00 बजे ही उपस्थित होने तथा सभी कर्मियों को अपने अपने सेशन साइट पर ससमय उपस्थिति सुनिश्चित कराने तथा सुबह 8:00 बजे से ही वैक्सीनेशन का कार्य शुरू करने का निर्देश दिया गया। इस कार्य में सभी अनुमंडल पदाधिकारी सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक जीविका से लेकर शिक्षा विभाग एवं जिला स्तरीय अधिकारीगण टीकाकरण अभियान को सफल बनाने हेतु सक्रिय एवं तत्पर रहेगे।
टीकाकरण अभियान हेतु कुल 822 केंद्र बनाए गए हैं जिसमें 822 टीम कार्यरत रहेंगे। इसने 967 एएनएम तथा 888 डाटा एंट्री ऑपरेटर कार्य करेंगे इसके अतिरिक्त प्रत्येक सेंटर पर आशा सेविका एवं जीविका दीदी द्वारा मोबिलाइजेशन का कार्य किए जाएंगे। साथ ही प्रत्येक केंद्र पर दो दो शिक्षक भी उपस्थित रहेंगे।
बैठक में अपर समाहर्ता श्री विनायक मिश्रा सिविल सर्जन डॉ विभा सिंह जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एस पी विनायक सभी अनुमंडल पदाधिकारी सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी सभी सीडीपीओ सहित कई जिला स्तरीय अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संबद्ध थे।