आयुक्त की अध्यक्षता में पीएमसीएच के रोगी कल्याण समिति की बैठक हुई।..
त्रिलोकी नाथ प्रसाद/01 जनवरी, 2024 से 28 नवम्बर, 2024 तक ओपीडी में 4,66,996 मरीजों को देखा गया; 19,21,519 पैथोलोजी टेस्ट किया गया
अस्पताल में मरीजों के लिए आवश्यक लगभग 378 प्रकार की दवाइयाँ उपलब्ध,
आयुक्त ने बीएमएसआईसीएल को दिया निदेशः दवा आपूर्ति श्रृंखला कभी टूटे नहीं, एक महीने के अंदर संस्थान के लिए आवश्यक सभी मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित करें
सुदृढ़, विश्वसनीय एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सुलभ कराना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता; सभी स्टेकहोल्डर्स रोगियों के कल्याण के प्रति सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहें; जरूरतमंदों को उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराने के लिए विशेष प्रयास करेंः आयुक्त
प्रबंधन में पारदर्शिता, उत्तरदायित्व तथा वित्तीय अनुशासन सुनिश्चित करने का आयुक्त ने दिया निदेश
आयुक्त, पटना प्रमंडल, पटना -सह-अध्यक्ष, रोगी कल्याण समिति, पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, पटना श्री मयंक वरवडे़ ने कहा है कि सृदृढ़, विश्वसनीय एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। अस्पताल के सुचारू काम-काज एवं सुविधाओं की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स को सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहना होगा। वे आज आयुक्त कार्यालय स्थित सभाकक्ष में पीएमसीएच के रोगी कल्याण समिति की बैठक में अध्यक्षीय संबोधन कर रहे थे। आयुक्त ने कहा कि विकसित बिहार एवं आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय में सभी के लिए उत्तम स्वास्थ्य सुविधा के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु सम्पूर्ण तंत्र तत्पर रहे। प्रभावी, कुशल एवं उत्तरदायी प्रणाली को क्रियाशील रखें।
प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि राज्य सरकार के विशेष प्रयासों से आने वाले समय में पीएमसीएच देश का सबसे बड़ा एवं दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल होगा। वर्तमान में यहाँ 1,750 बेड है जिसे बढ़ाकर 5,542 किया जा रहा है। अतः इसके बेहतर-से-बेहतर संचालन के लिए सभी हितधारकों को प्रतिबद्ध रहना होगा। आयुक्त ने अस्पताल के प्रबंधन तथा कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में पारदर्शिता एवं उत्तरदायित्व के साथ वित्तीय अनुशासन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
आयुक्त श्री मयंक वरवडे़ ने कहा कि दूर-दराज और वंचित समुदाय के लोगों के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा ही एक मात्र स्रोत है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं किसी भी प्रणाली की रीढ़ है, जो सभी नागरिकों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराती है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों के इलाज को प्राथमिकता दी जाए।
प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा नगर आयुक्त, पटना नगर निगम को पीएमसीएच एवं आईजीआईसी के क्षेत्र को पूर्णतः अतिक्रमण-मुक्त रखने का निदेश दिया गया। इसके लिए दोनों संस्थानों का इन्टिग्रेटेड स्टडी कर समेकित एक्शन प्लान बनाकर क्रियान्वयन करने का निदेश दिया गया। प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा नगर आयुक्त को पीएमसीएच के रास्ते में जेपी गंगापथ के निकास तथा प्रवेश द्वार के पास अतिक्रमण कर लगाए गए बाहरी दुकानों तथा एम्बुलेंस के विरूद्ध प्रभावी ढंग से विशेष अतिक्रमण उन्मूलन अभियान चलाकर सामानों की विधि-सम्मत जप्ती करने का निदेश दिया गया।
आज के इस बैठक में रोगी कल्याण समिति द्वारा प्रस्तावित एजेंडा पर एक-एक कर चर्चा की गई। अस्पताल के प्रबंधन एवं संचालन पर विस्तृत विमर्श किया गया। मरीजों के हित में दवाओं एवं एम्बुलेंस की उपलब्धता, इमर्जेंसी, ऑपरेशन, पैथोलोजी, एमआरआई, अल्ट्रासाउण्ड एवं अन्य सुविधा, स्वच्छता सहित विभिन्न बिन्दुओं पर अधीक्षक, पीएमसीएच-सह-सदस्य-सचिव, रोगी कल्याण समिति, पीएमसीएच द्वारा उपस्थापित प्रस्तावों एवं प्रतिवेदन पर समिति के सदस्यों ने चर्चा की। अधीक्षक, पीएमसीएच द्वारा प्रमंडलीय आयुक्त के संज्ञान में लाया गया कि पीएमसीएच में भर्ती मरीजों को वार्ड में स्थानांतरण, मरीजों की जाँच का कार्य, डॉक्टर्स कॉल तथा अस्पताल में दवा सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु 02 (दो) वाहन/एम्बुलेंस की आवश्यकता है। प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा अधीक्षक को वितीय नियमों का अक्षरशः अनुपालन करते हुए 02 एम्बुलेंस क्रय करने का निदेश दिया गया।
प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा उप महाप्रबंधक, बीएमएसआईसीएल को एक महीने के अंदर संस्थान के लिए आवश्यक सभी मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया।
अधीक्षक, पीएमसीएच द्वारा आयुक्त श्री मयंक वरवडे़ के संज्ञान में लाया गया कि दिनांक 01.08.2024 को आयोजित रोगी कल्याण समिति की विगत बैठक में आयुक्त द्वारा दिए गए निदेशों का सम्यक अनुपालन किया गया है। रोगियों के कल्याण हेतु सम्पूर्ण तंत्र सजग एवं सतत प्रयत्नशील है। अस्पताल में आने वाले रोगियों को गुणवत्तापूर्ण सुविधा उपलब्ध कराते हुए समुचित इलाज की सुदृढ़ व्यवस्था है। इमरजेन्सी में आने वाले मरीजों का समुचित इलाज किया जाता है। संस्थान में मरीजों एवं उनके परिजनों के उपयोग हेतु शौचालय तथा स्नानागार का दैनिक रख-रखाव बेहतर ढंग से सरकार द्वारा चयनित एजेंसी सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस ऑर्गेनाइजेशन द्वारा किया जा रहा है। जीविका द्वारा संचालित ‘‘दीदी की रसोई’’ से मरीजों को पथ्य सामग्री उपलब्ध कराने के साथ-साथ मरीजांे के परिजनों, चिकित्सकों एवं कर्मियों को भी गुणवत्तापूर्ण आहार प्राप्त होता है। आयुक्त श्री मयंक वरवडे़ द्वारा अधिकारियों को एजेंसियों के कार्यों का लगातार मॉनिटरिंग करने का निदेश दिया गया।
अधीक्षक, पीएमसीएच द्वारा आयुक्त श्री मयंक वरवडे़ के संज्ञान में लाया गया कि अस्पताल में मरीजों के लिए एक्स-रे, ब्लड, इको, ईसीजी, ईईजी, हॉल्टर, एंजियोग्राफी, अल्ट्रासाउण्ड, पी.टी.ए., कोविड, सीटी-स्कैन, एमआरआई, मैमोग्राफी एवं टीएमटी की जाँच की उत्कृष्ट सुविधा उपलब्ध है। 01 जनवरी, 2024 से 28 नवम्बर, 2024 तक ओपीडी में 4,66,996 मरीजों को देखा गया। ओपीडी के माध्यम से भर्ती किए गए 39,723 मरीजों को आईपीडी की सुविधा उपलब्ध करायी गयी। इसी अवधि में 19,21,519 पैथोलोजी टेस्ट किया गया। 10,270 मेजर ऑपरेशन तथा 27,064 माईनर ऑपरेशन किया गया। 69,514 मरीजों को इमर्जेन्सी में देखा गया। सामान्य प्रसव की संख्या 2,599 तथा सिजेरियन सेक्शन की संख्या 2,416 है। 8,778 एमआरआई (पीपीपी मॉडल); 15,528 सीटी स्कैन (पीपीपी मॉडल); 38,491 यूएसजी; 90,152 एक्स-रे तथा 6,120 डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध करायी गई। मरीजों के लिए सभी आवश्यक (378 प्रकार की) दवाओं की आपूर्ति की जाती है। प्रत्येक वार्ड एवं इमर्जेंसी वार्ड में स्वच्छ पेयजल एवं शौचालय की व्यवस्था है।
आयुक्त श्री मयंक वरवडे़ ने उप महाप्रबंधक, बीएमएसआईसीएल को निदेश दिया कि अस्पताल में दवा की पर्याप्त उपलब्धता सदैव सुनिश्चित रहे। मरीजों की संख्या के अनुपात में तथा आवश्यक दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति हो। दवा आपूर्ति श्रृंखला में किसी भी स्थिति में कोई व्यवधान नहीं आए। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार उपकरणों की आपूर्ति, विभिन्न विभागों में आधारभूत संरचनाओं एवं अन्य समस्याओं के निराकरण कार्य में तत्पर रहें। आयुक्त ने अस्पताल में स्वच्छ जलापूर्ति हमेशा सुनिश्चित रखने का निदेश दिया।
आयुक्त श्री मयंक वरवडे़ ने निदेश दिया कि पटना नगर निगम द्वारा अस्पताल परिसर का नियमित तौर पर तथा समय-समय पर विशेष अभियान चलाकर साफ-सफाई सुनिश्चित किया जाए। नगर कार्यपालक पदाधिकारी, बांकीपुर अंचल पीएमसीएच के अधीक्षक से समन्वय स्थापित कर इसे सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने नगर आयुक्त को पीएमसीएच परिसर में साफ-सफाई की गतिविधियों का अनुश्रवण करने का निदेश दिया।
आयुक्त ने अधीक्षक को जैव चिकित्सा अपशिष्ट का वैज्ञानिक तरीके से निष्पादन सुनिश्चित करने का निदेश दिया।
अधीक्षक द्वारा आयुक्त श्री मयंक वरवडे़ के संज्ञान में लाया गया कि पीएमसीएच में प्रवेश एवं निकास द्वार (मखनिया कुआँ के पास) आवागमन वाले रास्ते में यातायात की समस्या होती है। आयुक्त द्वारा पुलिस अधीक्षक, यातायात को सुचारू यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि मरीजों, डॉक्टर तथा एम्बुलेंस के आने-जाने में कोई बाधा नहीं होनी चाहिए। आयुक्त द्वारा जेपी गंगा पथ से पीएमसीएच के प्रवेश एवं निकास पर यातायात पुलिस कर्मियों को तैनात एवं सक्रिय रखने का निदेश दिया गया।
आयुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा पटना में नियमित तौर पर अतिक्रमण-उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने अपर जिला दंडाधिकारी, विधि-व्यवस्था को निदेश दिया पीएमसीएच के प्रवेश एवं निकास द्वार के समीप यातायात सुदृढ़ करने हेतु समय-समय पर अतिक्रमण उन्मूलन अभियान चलाएँ ताकि मरीजों, डॉक्टर तथा एम्बुलेंस के आने-जाने में कोई समस्या नहीं हो।
आयुक्त श्री मयंक वरवडे़ ने कहा कि सभी स्वास्थ्य संस्थानों में रोगियों के इलाज हेतु उत्कृष्ट सुविधा प्रदान करने के लिए उनके स्तर से स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग तथा बीएमएसआईसीएल से नियमित तौर पर समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्रवाई की जाती है। मरीजों के कल्याण हेतु सम्पूर्ण तंत्र तत्पर है।
आयुक्त ने कहा कि रोगियों की अधिकतम संतुष्टि सुनिश्चित करना एवं मरीज-केंद्रित सेवा सुलभ कराना सभी का दायित्व है। दक्ष चिकित्सकों, सक्षम पेशेवरों एवं समर्पित कर्मचारियों के द्वारा मरीजों के प्रति मित्रवत वातावरण का निर्माण किया जा सकता है एवं समाज के हर ज़रूरतमंद व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को इस दिशा में तत्पर रहने का निर्देश दिया।
इस बैठक में आयुक्त-सह-अध्यक्ष, रोगी कल्याण समिति के साथ नगर आयुक्त, पटना नगर निगम श्री अनिमेष कुमार पराशर, उप विकास आयुक्त, पटना श्री समीर सौरभ, क्षेत्रीय अपर निदेशक स्वास्थ्य सेवाएँ, पटना प्रमंडल, पटना; सिविल सर्जन, पटना डॉ. मिथिलेश्वर कुमार; क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी, पटना प्रमंडल, पटना श्री विनय कुमार ठाकुर; अधीक्षक, पीएमसीएच डॉ. आईएस ठाकुर; आईएमए के प्रतिनिधि, उपाधीक्षक, पीएमसीएच, उप महाप्रबंधक, बीएमएसआईसीएल; क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक, स्वास्थ्य पटना प्रमंडल, पटना एवं रोगी कल्याण समिति के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।