अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 पर किशनगंज के स्वास्थ्य केंद्रों में योग शिविरों का भव्य आयोजन
एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” का संदेश

किशनगंज,21 जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, प्राचीन भारतीय परंपरा योग अब न केवल भारत की सांस्कृतिक पहचान है, बल्कि विश्व स्तर पर स्वास्थ्य और मानसिक संतुलन का सशक्त साधन बन चुका है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 के अवसर पर “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” की थीम के तहत किशनगंज जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में योग शिविरों का व्यापक स्तर पर आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लेकर योग के लाभों को आत्मसात किया।
योग: केवल व्यायाम नहीं, सम्पूर्ण स्वास्थ्य की ओर एक यात्रा
मुख्य समारोह खेल भवन, किशनगंज में आयोजित किया गया, जहाँ जिलाधिकारी विशाल राज ने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “योग केवल शारीरिक क्रिया नहीं, बल्कि आत्म-जागरूकता, ध्यान, श्वास नियंत्रण और मानसिक शांति की प्रक्रिया है। यह अवसाद, अनिद्रा, तनाव जैसी आधुनिक जीवनशैली जनित समस्याओं का प्राकृतिक और प्रभावशाली समाधान है।”
उन्होंने सभी से योग को जीवनशैली का हिस्सा बनाने की अपील करते हुए कहा कि “योग से मानसिक और शारीरिक समस्याओं से मुक्ति संभव है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है।”
आत्मा, मन और शरीर का संतुलन
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने एएनएम स्कूल में आयोजित शिविर में कहा कि “योग जीवन की गुणवत्ता को सुधारने वाला अभ्यास है, जो सभी उम्र के लोगों के लिए लाभकारी है। यह गठिया, पीठ दर्द, हृदय रोग जैसी समस्याओं में राहत देता है। योग शरीर को ऊर्जावान, मन को शांत और आत्मा को संतुलित करता है।”
उन्होंने बताया कि सभी स्वास्थ्य उपकेंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर योग शिविरों का आयोजन कर आमजन को योग के प्रति जागरूक किया गया।
भारत के लिए गौरव, विश्व के लिए समाधान
सिविल सर्जन ने बताया कि यह भारत के लिए गौरव की बात है कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा गया, जिसे 193 देशों का समर्थन प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि “कोरोना काल के बाद योग ने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। यह केवल अभ्यास नहीं, बल्कि एक दर्शन है जो मानवता को जोड़ता है।”
योग से जुड़ी प्रमुख बातें:
- योग तनाव को कम कर मानसिक शांति प्रदान करता है
- नियमित अभ्यास से नींद और रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार
- वजन नियंत्रण, लचीलापन और आंतरिक अंगों की मजबूती में सहायक
- हृदय व हड्डियों को मजबूती देता है
- छात्रों के लिए एकाग्रता और स्मरण शक्ति को बढ़ाता है
इस प्रकार किशनगंज जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में आयोजित योग शिविरों ने “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” की अवधारणा को जन-जन तक पहुंचाने का सफल प्रयास किया और स्वास्थ्य के प्रति नई चेतना जगाई।