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औरंगाबाद जिला में किसान कल्याण संवाद सह युवा किसान सम्मान समारोह का भव्य आयोजन

युवा व प्रगतिशील किसानों को किया गया सम्मानित] कृषि नवाचार को मिला प्रोत्साहन डिजिटल और जैविक कृषि की ओर बढ़ता बिहार -विजय कुमार सिन्हा-

मनीष कुमार कमलिया/माननीय उप मुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में आज औरंगाबाद में ^किसान कल्याण संवाद सह युवा किसान सम्मान समारोह’को आयोजन बड़े ही उत्साह और गरिमा के साथ किया गया। इस अवसर पर उन्होंने किसानों के उत्थान और राज्य के कृषि विकास को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।

माननीय उप मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यह समारोह हमारे उस संकल्प का प्रतीक है जिसे आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ के रूप में रखा और जिसमें आत्मनिर्भर किसान की अवधारणा केंद्र में है। उन्होंने प्रधानमंत्री जी के कथन को दोहराते हुए कहा] “अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाना है।” इस सोच को ज़मीन पर उतारने का कार्य मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने राज्य के कृषि रोड मैप के माध्यम से किया है।

उन्होंने बताया कि बिहार देश का पहला राज्य है जिसने लगातार 15 वर्षों से अधिक समय तक कृषि के क्षेत्र में ठोस योजनाएं बनाकर उन्हें ज़मीनी स्तर पर लागू किया। बिहार आज कृषि बजट के मामले में 20 करोड़ से बढ़कर 3600 करोड़ रुपये तक पहुँच गया है। धान] गेहूं] मक्का सभी में ऐतिहासिक उत्पादकता दर्ज की गई है। बीज प्रतिस्थापन दर के मामले में बिहार देशभर में मिसाल बन चुका है।
राज्य में 28 लाख कृषि यंत्रों के वितरण से खेती अब परंपरागत मेहनत से आगे बढ़कर विज्ञान आधारित बन चुकी है। अब 51% कृषि भूमि सिंचित हो चुकी है] जो राज्य के लिए क्रांतिकारी बदलाव है। उन्होंने कहा कि आज किसान केवल उत्पादक नहीं, बल्कि निर्णयकर्ता और नवाचारकर्ता बन चुका है। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी द्वारा भूमि रिकॉर्ड को ऑनलाइन करने] डीबीटी के माध्यम से पारदर्शिता लाने और सीमांत किसानों तक लाभ पहुंचाने जैसे प्रयासों ने बिहार को डिजिटल बिहार और विकसित बिहार’की दिशा में अग्रसर किया है।
उन्होंने चौथे कृषि रोड मैप (2023-28) की चर्चा करते हुए कहा कि इसके तहत जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा] युवा किसानों को स्टार्टअप योजना से जोड़ा जाएगा] कृषि निर्यात को प्रोत्साहित किया जाएगा और हर किसान को डिजिटल ताकत से सशक्त बनाया जाएगा।

अपने संबोधन के अंत में माननीय उप मुख्यमंत्री ने कहा] ^^कृषक का सम्मान ही राष्ट्र का सम्मान है। किसान का आत्मविश्वास ही बिहार की असली शक्ति है।” उन्होंने उपस्थित जनसमूह से आह्वान किया कि हम सभी मिलकर यह संकल्प लें ^^खेत में मेहनत] मंडी में मूल्य और भविष्य में अवसर यही हमारा अधिकार है] यही हमारा उत्तरदायित्व।”
समारोह में जिले के प्रगतिशील व युवा किसानों को सम्मानित भी किया गया। श्री ब्रज किशोर मेहता स्ट्रॉबेरी की खेती करते हैं। इन्होंने हरियाणा से स्ट्रॉबेरी की खेती सिखी और 2012 से स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं और सभी जिलों के किसानों को मुफ्त में स्ट्रॉबेरी की खेती की ट्रेनिंग दे रहे हैं। इन्होंने मांग की स्ट्रॉबेरी की खेती में अनुदान बढ़ाया जाए तथा इसके लिए प्रोसेसिंग यूनिट भी बनाई जाए।
श्री रंजन कुमार सिंह आधुनिक कृषि को अपनाते हुए ड्रोन का कृषि में उपयोग कर रहे हैं। श्री वीरेंद्र प्रसाद द्वारा संचालित कृषि यंत्र बैंक, आदर्श किसान हितार्थ समूह’ वर्ष 2022 में शुरू किया गया। इस समूह ने रबी के मौसम में 150 एकड़ क्षेत्र में किसानों के खेतों की जुताई भुगतान के आधार पर की है। विशाल कुमार] गोह संरक्षित खेती करते हैं। वे विषेषकर शिमला मिर्च और खीरा का उत्पादन करते हैं। वर्तमान में 16 कट्ठा में संरक्षित खेती कर रहे हैं। उन्हें 75% सब्सिडी मिलती है और प्रति सीजन 2 लाख रुपये का लाभ होता है। श्री नरेश मेहता 150 एकड़ जमीन प्रति एकड़ लगभग 10]000 रुपये की लीज पर लेकर अमरूद की खेती कर रहे हैं। इस खेती से लगभग 100-150 लोगों को रोजगार मिलता है। इनके द्वारा मुख्य रूप से ताइवान पिंक और रेड ताइवान किस्मों की खेती होती है। श्री अभिषेक कुमार और वरुण कुमार केला और मशरूम की खेती करते हैं और सालाना 1 .80 लाख का मुनाफा होता है। पल्लवी कुमारी मशरूम की खेती से तीन महीने में 60 से 65 हजार रुपए कमा लेती हैं।

कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि, किसान संगठनों के प्रतिनिधि] कृषि विभाग के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए।

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