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किशनगंज : मातृ-शिशु सेवाओं की बेहतरी के लिए जिले में लगातार हो रहे हैं प्रयास

सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर साप्ताहिक बैठक में विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों पर हुई चर्चा, दिये गये जरूरी दिशा-निर्देश

किशनगंज, 23 जनवरी (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले में मातृ-शिशु मृत्यु दर के मामलों में कमी लाने व स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर विशेष मुहिम को ज्यादा कारगर व असरदार माना जा रहा है। मातृ-शिशु सेवाओं की बेहतरी को लेकर जिले में लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। जिलाधिकारी तुषार सिंगला के आदेश के आलोक में जिले के वरीय प्रशासनिक व स्वास्थ्य अधिकारियों की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में संस्थागत प्रसव, प्रथम तिमाही के दौरान गर्भवती महिलाओं की पहचान व गर्भवती महिलाओं का चौथा एएनसी जांच के साथ-साथ संस्थागत प्रसव सुनिश्चित कराने को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों से विस्तृत चर्चा कर जरूरी दिशा-निर्देश दिये गये। स्वास्थ्य योजनाओं की सफलता की रणनीति ड्यू लिस्ट पर चर्चा, परिवार नियोजन पखवाड़ा से जुड़ी उपलब्धियों की समीक्षा, अनमोल एप के सफल क्रियान्वयन के साथ चिकित्सा इकाईयों में साफ-सफाई के बेहतर प्रबंधन को ले जिले के सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में एएनएम की साप्ताहिक बैठक में इसकी गहन समीक्षा की गयी। इसके साथ ही बेहतर कार्य करने वाले एएनएम को चिह्नित कर उन्हें पुरस्कृत किया गया। साथ ही साथ टीकाकरण सहित अन्य मामलों पर चर्चा करते हुए ससमय निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति का मामला मंगलवार को स्वास्थ्य संस्थानों में आयोजित एएनएम की बैठक में प्रमुखता से उठा। सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने बताया कि पूर्व निर्धारित एजेंडा के तहत आयोजित बैठक में संस्थागत प्रसव में बढोतरी, प्रसव सेवाओं का विस्तार, विशेष कार्ययोजना के तहत प्रथम तिमाही में गर्भवती महिलाओं की पहचान कर चतुर्थ एएनसी के साथ-साथ संस्थागत प्रसव सुनिश्चित कराने का निर्देश सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया गया है। डा. कौशल किशोर ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार, समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों तक सेवाओं की पहुंच, लाभुक व सेवाप्रदाता के बीच बेहतर समन्वय व विश्वास का माहौल पैदा करना हर कदम बढ़ते कदम अभियान का प्राथमिक उद्देश्य है। इसके लिये वीएचएसएनडी सत्र का सफल क्रियान्वयन जरूरी है। प्रत्येक सत्र पर सभी लाभुकों को सेवा उपलब्ध कराना हमारा लक्ष्य है। प्रति सत्र चार-चार गर्भवती महिलाओं को प्रथम, द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ एएनसी जांच सुनिश्चित कराया जाना है। प्रति सत्र दो प्रसव संबंधी जटिल मामलों को चिह्नित किया जाना है। कम से कम 05 योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन संबंधी उपलब्ध विकल्पों के प्रति जागरूक करना, किशोरों को अल्बेंडाजोल, आईएफए की दवा वितरण, पोषक क्षेत्र के कम से कम 15 लोगों को ओपीडी की सेवा मुहैया कराना है। साप्ताहिक समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. अनिल कुमार ने एचएससी व एचडब्ल्यूसी के उपलब्ध आधारभूत संरचना, उपलब्ध लॉजिस्टिक की समीक्षा करते हुए इसमें गुणात्मक सुधार का प्रयास व ससमय डेटा को संधारित करने का निर्देश दिया गया है। इसे लेकर हर सप्ताह समीक्षात्मक बैठक आयोजित की जायेगी। ताकि विशेष पहल के तहत निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित कराया जा सके।दिघलबैंक प्रखंड के डा. टी एन रजक ने कहा कि बैठक में वीएचएसएनडी के सफल क्रियान्वयन, ड्यू लिस्ट पर चर्चा, परिवार नियोजन पखवाड़ा से जुड़ी उपलब्धियों की समीक्षा, अनमोल एप के सफल क्रियान्वयन के साथ चिकित्सा इकाईयों में साफ-सफाई के बेहतर प्रबंधन व को लेकर विस्तृत रणनीति पर चर्चा की गयी है।

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