जमुई जिला झारखण्ड राज्य के सीमावर्ती जिला होने के कारण तथा जैन मताबलंबियों के पर्यटन स्थल होने के कारण प्रशासनिक, राजनीतिक एवं धार्मिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है।..
जिला जमुई की उपलब्धियां – 2023-24

अजीत कुमार त्रिपाठी:– जिले में आधारभूत संस्थाओं के निर्माण के साथ साथ अन्य सभी बुनियादी विकास संबंधी कार्यों को अंजाम देते हुए विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल की गयी हैं एवं की जा रही हैं, जो निम्नवत हैं
जमुई जिले का भौगोलिक क्षेत्र इस प्रकार का है कि यहाँ पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं, जमुई जिलान्तर्गत खैरा, प्रखंड स्थित गरही डैम में पर्यटक सुविधाओं के विकास हेतु पर्यटन विभाग, बिहार सरकार के द्वारा लगभग 10 करोड़ 78 लाख रूपये की योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है, जिसके अंतर्गत गरही डैम को एक महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने हेतु इस योजना के अंतर्गत प्रवेश द्वार का निर्माण, बाउंड्री वाल, चेन लिंक, फेंसिंग, व्यूइंग पॉइंट, रिक्रियेश्नल जोन (recreational zone), नेचर स्पॉट एवं पिकनिक एरिया इत्यादि के निर्माण करने का कार्य किया जाना है | यह प्रयास पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा |
जमुई जिला में इसके अतिरिक्त सात अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों (लछुआड़, नागी, नकटी, पंचपहाड़ी, पत्नेश्वर, गरही एवं सिमुलतला) को प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र बनाने एवं पर्यटन के दृष्टिकोण से और अधिक विकसित करने का कार्य किया जा रहा है।
बिहार राज्य खेल प्राधिकरण, बिहार, पटना के द्वारा ताइक्वांडो खेल विधा के संवर्द्धन एवं विकास के लिए गैर आवासीय प्रशिक्षण केंद्र खोले जाने हेतु जमुई जिला का चयन किया गया है जो कि इस जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है।
जमुई जिला में पहली बार ‘खेलो इंडिया’ योजना अंतर्गत स्थानीय श्री कृष्ण सिंह स्टेडियम परिसर में 60 मीटर X 40 मीटर X 12.5 मीटर का मल्टीपरपज हाल एवं 08 लेन का सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक के निर्माण हेतु कार्रवाई की जा रही है, जो की जमुई जिला के खिलाडियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
स्वास्थ्य विभाग में जमुई जिलान्तर्गत विभिन्न अस्पताल परिसरों के उन्नयन के साथ ही अन्य स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं को बढ़ाने का कार्य जारी है, जिसमें पहली बार सदर अस्पताल जमुई में 10 बेड का ICU बनकर तैयार हो गया है जिससे जमुई जिला के लोगों को काफी उन्नत स्वास्थ्य सुविधाएँ प्राप्त होती रहेंगी ।
आकांक्षी जिला कार्यक्रम अंतर्गत सूचीवद्ध विषयों पर कार्य करते हुए जमुई जिला को पहली बार पूरे भारतवर्ष में शिक्षा के क्षेत्र में नीति आयोग के डेल्टा रैंकिंग में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है जो कि जमुई जिला के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
जमुई जिला के 1271 टोलों में लगभग 450 करोड़ रूपये की राशि व्यय कर ‘नलजल योजना’ से गैर आच्छादित इलाकों में पेयजल पहुँचाने की व्यवस्था की जा रही है इसी प्रकार फ्लोराईड प्रभावित क्षेत्रों में जलशोधन यंत्र के अधिष्ठापन का कार्य भी तेज़ी से किया जा रहा है |
जमुई जिला के लक्ष्मीपुर प्रखंड अंतर्गत हरला पंचायत में जिला जल एवं स्वच्छता समिति जमुई के सहयोग से हरला पंचायत को ट्रेनिंग लर्निंग सेंटर के रूप में विकसित किया गया है जिसके प्रतिफल के रूप में बिहार राज्य के अन्य जिलों से स्वच्छता की टीम आकर जमुई जिले से स्वच्छता के गुर सीख रहे हैं | हरला पंचायत में ही अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई एवं गोबरधन प्लांट की स्थापना की गयी है | वर्तमान में गोबरधन गैस प्लांट से 50 से अधिक घरों को बायोगैस सस्ते दरों पर उपलब्ध कराया जा रहा है साथ ही किसानों को भी जैविक खाद उपलब्ध कराया जा रहा है।
FACCI SANITAION AWARD – 2023 में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान अंतर्गत जमुई जिले में किये गए कार्यों को सराहा गया |
जमुई जिला में पहली बार महिला रग्बी खेल का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न कराया गया, जिससे जिले का मान सम्मान भी बढ़ा साथ ही महिला सशक्तिकरण का एक नायाब उदाहरण भी स्थापित हुआ।
जमुई शहर के सौंदर्गीकरण हेतु अथक प्रयास किया जा रहा है जिसके तहत बुडको (Bihar Urban Development Corporation) के द्वारा सीवरेज प्लांट का टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है अब कार्य प्रारंभ किया जायेगा | साथ ही जाम की समस्या के सुधार हेतु पहली बार जिले में यातायात थाना एवं तीन (खैरा, महिसौडी एवं कचहरी चौक) ट्रैफिक पोस्ट का निर्माण किया गया है ।
यातायात थाना जमुई
ट्रैफिक पोस्ट का शुभारम्भ करते जिला पदाधिकारी, जमुई एवं पुलिस अधीक्षक जमुई |