भाकपा की 98वाँ स्थापना दिवस और भाकपा नेता पूर्व मंत्री चंद्रशेखर सिंह की जयंती मनाई गई।…
कुणाल कुमार:-पटना। , भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की 98वाँ स्थापना दिवस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता तथा बिहार सरकार के पूर्व मंत्री चंद्रशेखर सिंह की जयंती पूरे बिहार में 26 दिसंबर 2023 को धूम धाम से मनाई गई। भाकपा राज्य मुख्यालय अजय भवन सहित सभी शाखा, अंचल, जिला और पार्टी कार्यकर्ताओं के घरों पर पार्टी का झंडा फहराया गया। इस मौके पर 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्र की सत्ता से फासीवाद के रास्ते पर चलने वाली केंद्र की भाजपा सरकार को सत्ता से हटाने और पार्टी को मजबूत बनाने का संकल्प लिया गया। जनशक्ति भवन में आयोजित समारोह में पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने झंडोत्तोलन किया और भाकपा नेता, तथा बिहार सरकार के पूर्व मंत्री चंद्रशेखर सिंह की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर भाकपा राज्य सचिव मंडल सदस्य रामबाबू कुमार, रामलाला सिंह, विजय नारायण मिश्र, राज्य कार्यकारिणी सदस्य गजनफर नबाब, अजय कुमार, इरफान अहमद, राज्य परिषद सदस्य इंद्रभूषण वर्मा, डीपी यादव, सिद्धेश्वर, अवध किशोर, पार्टी नेता उमाकांत, रामजी पासवान, अनिता मिश्र, रामपुकार मुखिया आदि मौजूद थे। इस मौके पर भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का स्थापना 26 दिसम्बर 1925 को कानपुर में हुआ था। भाकपा का इतिहास संघर्ष और बलिदानों का है। देश की आजादी में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने महति भूमिका निभाई। आजादी के आंदोलन के दौरान भाकपा के नेताओं, कार्यकर्ताओं को जेल में डालकर यातनाएं दी गई वावजूद ब्रिटिश सरकार की साम्राज्यवादी नीतियों का विरोध करते रहे और सारे कष्टों से लड़ते हुए, सहते हुए जनता को आजादी के आंदोलन में एकजुट कर वे इस निश्चय के साथ काम करते रहे कि एक दिन आयेगा जब ये वर्गों में बंटा समाज खत्म होगा, शोषण का अंत होगा, और जनतांत्रिक व्यवस्था देश में आयेगी। दशकों बाद भी उस निश्चय की चमक में बदलाव नहीं आया है। हम अपने उन सब साथियों की स्मृति में, उस निश्चय को जिसके लिये उन्होंने अपने जीवन को लगाया और इस विश्वास की विरासत हमें दी, हम उनकी याद में इस दिवस को समर्पित करते हैं। इन सारे बीते हुए सालों में, सिद्धांत और व्यवहार की कसौटी में, परिवर्तन में, हमारे सघर्ष का हर अध्याय आगे बढ़ने के लिये, तत्परता से चलता रहा।
भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि केंद्र की सत्ता में बैठी भाजपा सरकार संविधान और लोकतंत्र को समाप्त करने पर तुली हुई है। संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद किया जा रहा है। इस सरकार में दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़े हैं। महंगाई आसमान छू रही है। ऐसी स्थिति में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की भूमिका और बढ़ गई है। भाकपा 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्र की सत्ता से भाजपा को हटाने के लिए संकल्पित है।