युवा महोत्सव यूनिवर्सिटी की सांस्कृतिक चेतना का होता है पर्याय : कुलपति
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी (DSPMU Ranchi) के तीन दिवसीय युवा महोत्सव स्पंदन 2023 का हुआ उद्घाटन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की पूर्णता नृत्य, गायन की कला कौशल के द्वारा प्रदर्शित होती है
रांची : डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी रांची (DSPMU Ranchi) के सभागार में तीन दिवसीय युवा महोत्सव स्पंदन 2023 का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन कुलपति डॉ. तपन कुमार शांडिल्य के द्वारा किया गया। तीन दिवसीय युवा महोत्सव के उदघाटन सत्र का प्रारंभ यूनिवर्सिटी के परफार्मिंग आर्ट के विद्यार्थियों द्वारा कुलगीत और गणेश वंदना के साथ किया गया। इसके बाद दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। मुख्य अतिथि कुलपति डा. तपन कुमार शांडिल्य, कुलसचिव डा. नमिता सिंह और डीएसडब्ल्यू डा. एसएम अब्बास का स्वागत बुके देकर किया गया। कुलपति ने कहा कि युनिवर्सिटी युवा महोत्सव के माध्यम से युवाओं को यह सशक्त सकारात्मक संदेश देने में सफल रहा है कि डीएसपीएमयू के विद्यार्थियों में न सिर्फ अकादमिक श्रेष्ठता मौजूद है बल्कि इस युवा महोत्सव और इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से प्रतिभागी अपनी सांस्कृतिक चेतना को भी दर्शाते रहे हैं।
प्रतिभागियों का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि इस बार आप प्रतियोगिता के परिणामों की चिंता न कर अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयत्न करें, सफलता स्वयं आपके पास होगी। कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों की पूर्णता नृत्य, गायन की कला कौशल के द्वारा प्रदर्शित होती है। यह तीन दिवसीय युवा महोत्सव स्पंदन 2023 उसी की एक कड़ी है। कहा कि यह स्पंदन कार्यक्रम आप सभी प्रतिभागियों को यह संदेश देता है कि इस युवा महोत्सव के द्वारा स्वयं की सांस्कृतिक विधा में और वृद्धि लाई जाए। कहा कि यह युनिवर्सिटी का सौभाग्य होगा कि इस प्रकार की गतिविधियों से यहां के विद्यार्थी न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी स्वयं और अपनी युनिवर्सिटी का नाम रोशन करें। वहीं अपने स्वागत भाषण में डीएसडब्ल्यू डा. एसएम अब्बास ने युवा महोत्सव को युवाओं के लिए अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का एक बेहतरीन मंच बताया। कुलसचिव ने कहा कि युवा महोत्सव के आयोजन का जो उद्देश्य है, वो युवा प्रतिभाओं को मौका प्रदान करने का अवसर है ताकि वो अपनी कलाओं को सबके सामने प्रस्तुत कर सके। उन्होंने विद्यार्थियों से अनुशासन के साथ इस प्रतियोगिता में शामिल होने की बात कही। मंच संचालन ईएलएल विभाग की श्वेता गौरव ने किया। पीआरओ प्रो. राजेश कुमार सिंह ने बताया कि कार्यक्रम में 400 प्रतिभागियों की मौजूदगी रही।
इन प्रतियोगिताओं का किया आयाेजन :
उद्घाटन सत्र के बाद जिन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया उनमें संगीत, रंगोली, पोस्टर मेकिंग, आन स्पाट पेंटिंग, मेहंदी, क्विज और वाद विवाद शामिल है। क्विज में लगभग 50, वाद विवाद प्रतियोगिता में 75 के अलावे पोस्टर मेकिंग में 40 और रंगोली में 10 प्रतिभागियों ने अपनी भागीदारी दी। इन सभी प्रतियोगिताओं के परिणाम युवा महोत्सव के अंतिम दिन घोषित किए जाएंगे। तीन दिवसीय युवा महोत्सव के उद्घाटन सत्र में डीएसडब्ल्यू व कुलसचिव के अलावे विभिन्न संकायों के डीन और विभागाध्यक्ष, युवा महोत्सव के समन्वयक डा. गीतांजलि सिंह, डा. विनय भरत, डा. शालिनी लाल समेत विभिन्न प्रतियोगिता की कमेटियों के समन्वयक, सदस्य, शिक्षक और कर्मी मौजूद रहे।