किशनगंज : राज्य स्तरीय विद्यालय शतरंज खेल प्रतियोगिता का दूसरा दिन छः राउंड की प्रतियोगिता संपन्न
रविवार को विजेताओं को किया जाएगा पुरस्कृत

किशनगंज, 25 नवंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, कला, संस्कृति एवम युवा विभाग बिहार सरकार एवं बिहार राज्य खेल प्राधिकरण, पटना द्वारा निर्गत वार्षिक खेल कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले में आयोजित शतरंज राज्य स्तरीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता का आयोजन खगड़ा स्थित खेल भवन सह व्यायामशाला में चल रहा है। जैसा कि पहले दिन शुक्रवार को डीएम तुषार सिंगला व सदर विधायक इजराहुल हुसैन के दिव्य उपस्थिति में शतरंज प्रतियोगिता का उद्घाटन किया गया था। शनिवार को दूसरे दिवस का खेल प्रतियोगिता अपने समयानुसार से प्रारंभ हो गया। इस खेल प्रतियोगिता अंतर्गत शतरंज बालक वर्ग (अंडर 14/17/19) आयुवर्ग के बच्चे शामिल है। दिव्य वातावरण में शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में जिला प्रशासन पुलिस बल एवं जिला शतरंज संघ के पदाधिकारी, शारीरिक शिक्षक व सहायक शिक्षक मौजूद थे।उपाधीक्षक शारीरिक शिक्षा रंजीत कुमार ने प्रतिभागियों को बताया कि शतरंज एक ऐसा खेल है जो जीवन के किसी भी क्षेत्र, व्यवसाय, समस्या समाधान और सामाजिक कौशल में सभी उम्र के लोगों, विशेषकर बच्चों को लाभ पहुंचाता है। शतरंज में एक ही समय में फोकस, एकाग्रता, कल्पना, समन्वय, टीम वर्क और नेतृत्व को संयोजित करने की अद्वितीय क्षमता है। आगे कहा कि जीवन शतरंज के खेल की तरह है, जिसमें अनंत संख्या में जटिल चालें संभव हैं। शतरंज आपके दिमाग का व्यायाम करने का एक बहुत ही सकारात्मक तरीका है। यह आपको पूरी तस्वीर देखने पर मजबूर करता है। शतरंज के मोहरे ब्लॉक वर्णमाला हैं। शतरंज आगे की योजना बनाकर दूरदर्शिता सिखाती है, सतर्कता, पूरे शतरंज बोर्ड पर नजर रखने के द्वारा, सावधानी, खुद को जल्दबाज़ी में कदम उठाने से रोकना, और अंत में, हम शतरंज से जीवन की सबसे बड़ी कहावत सीखते हैं-कि जब हमारे लिए सब कुछ खराब हो रहा हो, तब भी हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए, बल्कि हमेशा बेहतरी के लिए बदलाव की उम्मीद करनी चाहिए, दृढ़ता से अपनी समस्याओं का समाधान खोजना जारी रखना चाहिए। जो विचारों को आकार देते हैं ।सभी को शुभकामनाएं देते हुए रंजीत कुमार ने बच्चों को खेल भावना और अनुशासन के साथ खेलने के लिये प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि रविवार को तीसरे दिन का खेल समापन होने के बाद विजेता खिलाड़ियों के बीच ट्रॉफी और प्रशस्त्री पत्र वितरण किया जाएगा। खेल भवन में सभी जिलों से आगंतुक बच्चों के लिये भोजन व रहने के लिये आवासन पीने का पानी सुरक्षा सभी व्यवस्था खेल भवन में ही है। रंजीत कुमार स्वयं जिलों से आये बच्चों से मुलाकात किया। उनका हाल-चाल जाना और कहा कि कोई भी समस्या हो तो उन्हें जरूर बताए। यहां आकर बच्चें बहुत उत्साहित है। शुक्रवार को प्रथम दिन आयोजित राज्य स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता में 33 जिलों से आये अंडर 14/17/19 बालक आयुवर्ग के बच्चों के बीच दो राउंड का खेल खेला गया। राउंड के खत्म होने तक अंडर 14 तिरानवे बच्चे अपना खेल खेलते हुए जिसमें दो पॉइंट के साथ बढ़त बनाते हुए इक्कीस बच्चों ने अपनी जगह बनाकर है। अंडर-17 बानवे बच्चों ने अपना बहरीन खेल दिखाते हुए जिसमें टॉप में दो पॉइंट के साथ इक्कीस बच्चों ने अपनी जगह बनाकर है। अंडर 19 शतरंज प्रतियोगिता में चौबन बच्चों ने अपनी दिमागी चाल से टॉप में ग्यारह बच्चे अपनी जगह बनाकर है। वही 2 पॉइंट के साथ अंडर 14 में शीर्ष स्थान में जिसमें कार्तिकेय आंनद, पटना अम्बर कुमार श्रीवास्तव शरण, अंश कुमार झा मधुबनी, अभ्या शर्मा पटना, निखिल आनंद मधुबनी अंडर 17 में शीर्ष स्थान में समीर बर्धन मधेपुरा, संकल्प सिंह पटना, हेमंत राज पूर्णिया, सोमिक कुमार मुज्जफरपुर, श्रीनाथ विनायक खगड़िया।अंडर 14 में शीर्ष स्थान में अनिकेत रंजन बेगूसराय, दिव्यांशु कुमार सिंह, किशनगंज, केशव कुमार यशवंत खगड़िया, वीर सिंह खगड़िया, वैभव कुमार झा मधेपुरा। इसी प्रकार शनिवार को दूसरे दिन चल रहे राज्य स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता में 33 जिलों से आये अंडर 14/17/19 बालक आयुवर्ग के बच्चों के बीच चौथे राउंड का खेल खत्म होने तक अंडर 14 तिरानवे बच्चे अपना खेल खेलते हुए जिसमें चार राउंड के बाद खिलाड़ियों की स्थिति इस प्रकार है-अभय शर्मा, अमर श्रीवास्तव, यशराम मोरया, कार्तिकेय नंदन, श्रेयष सिंह, अंडर 17 बानवे बच्चे अपना खेल खेलते हुए जिसमें चार राउंड के बाद खिलाड़ियों की स्थिति इस प्रकार है प्रेम कुमार, समीर कुमार, अनुराग कुमार, माधव कुमार यशवंत, संकल्प सिंह। अंडर 19 चौवन बच्चे अपना खेल खेलते हुए जिसमें चार राउंड के बाद खिलाड़ियों की स्थिति इस प्रकार है: अनिकेत रंजन, दिव्यांशु कुमार, केशव कुमार, यशवंत, अक्षत सिंह, सत्यम स्वनिल। गौर करे कि अररिया की टीम प्रथम दिन का खेल समापन के बाद अपने जिला लौट चुकी तथा कटिहार के एक प्रतिभागी भी वापस हुए।