आरएसएस ने समाज में हमेशा नफरत फैलाने का कार्य किया है।..
कुणाल कुमार पटना।भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान की निंदा की है। उन्होंने बयान जारी कर कहा कि कम्युनिस्टों ने हमेशा एकता के लिए काम करते हुए भारत की विविधता का सम्मान किया है। जबकि आरएसएस एक ऐसा संगठन है जिसका उद्देश्य पूरी तरह से समाज में कलह पैदा करना और उसे बढ़ावा देना है। धर्म और जाति के आधार पर लोगों को बांटना आरएसएस की पहचान है। देश की जनता मोहन भागवत के दावों के पीछे की हकीकत जानते हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस का लक्ष्य समाज को बांटने का रहा है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पूरी तरह दलित, आदिवासी, महिला और अल्पसंख्यक विरोधी है। आरएसएस का मुख्य उद्देश्य साम्प्रदायिकता को बढ़ावा देना है। यह संगठन पूरी तरह गरीब विरोधी और पूंजीपतियों की हितैषी है। आरएसएस को कभी भी भारतीय संविधान में विश्वास नहीं रहा है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत विधवा विलाप कर रहे हैं और कम्युनिस्टों के विरूद्ध गलत बयानी कर रहें है। भाकपा राज्य सचिव ने पार्टी की सभी इकाइयों से मोहन भागवत के बयान का तीखा विरोध करने का आह्वान किया है।