तिथियों के हेरफेर में उलझे जेयूटी (JUT) के छात्र, अब तिथि बढ़ाने की मांग पर अड़े
जेएसएससी जेई और एसएससी जेई की परीक्षा बीटेक सेमेस्टर 2, 4 और 6 एक साथ लिए जाने की तिथि घोषित, असमंजस में छात्र
रांची : टेक्निकल छात्र संघ के बैनर तले छात्र नेता अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में डिप्लोमा कर चुके छात्रों ने एक साथ परीक्षा लिए जाने का विरोध किया है। छात्रों का आरोप है कि झारखंड युनिवर्सिटी आफ टेक्नोलाजी से बीटेक करने वाले छात्रों की जेएसएससी जेई और एसएससी जेई की परीक्षा बीटेक सेमेस्टर 2, 4 और 6 एक साथ लिए जाने की तिथि घोषित की गई है। बताया कि जेएसएससी जेई का आखिरी बार वर्ष 2014 में नोटिफिकेशन आया था और परीक्षा का पेपर-1 2014 में, दूसरा पेपर 2016 में और इसके बाद दिसंबर 2021 में परीक्षा का अन्य पेपर का नोटिफिकेशन आया, यह परीक्षा 2022 में हुई थी। इसी परीक्षा के बाद क्वेश्चन लीक होने के कारण परीक्षा रद कर दी गई थी। उसके बाद फिर अक्टूबर 2022 में परीक्षा लिए जाने का निर्देश दिया गया। लेकिन झारखंड सरकार की नियोजन नीति के कारण परीक्षा दोबारा रद हो गई। उसी परीक्षा को ले 8 जून 2023 को नोटिस आया और 24 अगस्त 2023 को एडमिट कार्ड डाउनलोड करने का निर्देश दिया गया। उसी समय छात्रों के बीटेक की परीक्षा की तिथि घोषित कर दी गई। जेयूटी के अंतर्गत एक दर्जन से ऊपर कालेज हैं। तिथियों के हेरफेर में से हजारों छात्रों को अब परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इन मामलों को लेकर छात्रों का एक दल गुरुवार को जेयूटी के परीक्षा नियंत्रक और कुलपति से मिलने पहुंचा। लेकिन परीक्षा नियंत्रक ने सीधेतौर पर कुलपति से मिलने की बात कहकर मामले से पल्ला झाड़ लिया। वहीं छात्र छात्राएं असमंजस में हैं और तिथि बढ़ाने की मांग काे लेकर अड़े हैं।
पूर्व में कुलपति से मिल चुके हैं छात्र :
इससे पूर्व 16 सितंबर 2023 को रामगढ़ इंजीनियरिंग कालेज के छात्र एक बार कुलपति से मिल चुके हैं लेकिन उनलोगों को डांट कर भगा दिया गया था। इसके बाद एसएससी की भी परीक्षा की तिथि 9 से 16 अक्टूबर घोषित कर दी गई है। जेयूटी बीटेक सेमेस्टर 2, 4 और 6 की परीक्षा की तिथि 13 सितंबर 2023 को घोषित की गई। परीक्षा की तिथि घोषित होने के बाद ने टेक्निकल छात्र संघ के अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में युनिवर्सिटी पहुंच गए। इन मुद्दों को ले अभिषेक बनर्जी ने परीक्षा नियंत्रक से मिलकर छात्रहित में परीक्षा तिथि कुछ दिन आगे बढ़ाए जाने की मांग की। साथ ही युनिवर्सिटी प्रशासन पर आरोप लगाया कि 3 माह विलंब युनिवर्सिटी की कार्यशैली की वजह से हुआ है और खामियाजा छात्र भुगत रहे हैं। परीक्षा नियंत्रक से मिलने के बाद छात्र जब कुलपति से मिलने पहुंचे तो पता चला कि कुलपति अवकाश पर हैं। जिसके बाद आक्रोशित होकर छात्र कुलपति कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए।
अलग अलग जिलों से आए थे छात्र :
धरने पर बैठे छात्र राज्य के धनबाद, बोकारो, जमसेदपुर, रामगढ़, चाईबासा समेत अन्य जिलों से आए थे। काफी देर तक धरने पर बैठने के बाद रजिस्ट्रार डा. अमर कुमार चौधरी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए छात्र नेता अभिषेक बनर्जी व अन्य को आश्वस्त किया कि छात्रहित में ही निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुलपति के आने के बाद उनसे बात कर मामले का निष्पादन किया जाएगा। उन्होंने इस मामले को लेकर कुछ छात्रों को JUT बुलाया है। वहीं दूसरी ओर रजिस्ट्रार के आश्वासन के बाद सभी छात्र धरने से उठ कर वापस चले गए।
अब परीक्षा रोकना उचित नहीं है, समय पर रिजल्ट जारी नहीं हो पाएगा। अगर परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाना है तो कुलपति से बात करें।
: डा. बिप्लव किशोर पांडेय, परीक्षा नियंत्रक, जेयूटी रांची।