राजनीति

भाकपा का तीन सौ से अधिक प्रखंड मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन आयोजित।…

त्रिलोकी नाथ प्रसाद :-पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ और सभी भूमिहीनों को पांच डिसमिल वास रहित आवासीय जमीन देने की मांग को लेकर बिहार के प्रखंड सह अंचल मुख्यालय पर 11 से 14 सितंबर तक आयोजित धरना प्रदर्शन सफल रहा। भाकपा राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने बयान जारी कर कहा कि चार दिवसीय कार्यक्रम के तहत राज्य के तीन सौ से अधिक प्रखंड मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन आयोजित किये गये। आंदोलन में हजारों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। भाकपा राज्य सचिव ने आंदोलन को सफल बनाने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं और आम जनता को बधाई दी है।
भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि यह आंदोलन केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ, महंगाई, बेरोजगारी, बिहार को सुखाग्रस्त राज्य घोषित करने, भूमिहीनों को पांच डिसिमिल वास रहित अवासीय जमीन देने, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना की राशि बढ़ाने आदि माँगों को लेकर आयोजित किये गए। सरकार सभी भूमिहीनों को पांच डिसिमिल जमीन दे। उन्होंने बिहार सरकार से भूमि सुधार के लिए गठित डी बंदोपाध्याय आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग की।

भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि मोदी सरकार के नौ वर्षों के कार्यकाल में महगांई आसमान छू रही है। खाद्य वस्तुओं की कीमत में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। दाल, चावल, आटा, हरी सब्जी, प्याज, मशाले की कीमत लगातार बढ़ रही है। भोजन की थाली 65 फीसदी महंगी हो गई है। महंगाई के कारण गरीबों को दो जून की रोटी मिलना मुश्किल हो गया है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने महंगाई पर रोक लगाने और सभी भूमिहीनों को पांच डिसमिल वास रहित अवासीय भूमि देने की मांग को लेकर प्रखंड मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन करने का आह्वान किया था। मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आयोजित धरना प्रदर्शन में लोगों की उमड़ी भीड़ से साबित हो गया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्र की सत्ता से भाजपा की विदाई तय है।

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