ठाकुरगंज : अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों का परिचालन बदस्तूर जारी।
किशनगंज-ठाकुरगंज/फरीद अहमद, जिले के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत पौआखाली मिरभिट्टा से होकर बहने वाली बूढ़ी कनकई नदी मिरभिट्टा से अहले सुबह से ही अवैध खनन कर कई ट्रैक्टरों के माध्यम से ले जाया जाता है। सरकारी विद्यालय के महज कुछ ही दूरी से अवैध खनन कर बालू माफिया अपना जेब गर्म कर रहे हैं। गौरतलब हो कि बरसात के मौसम में जब उक्त नदी उफान पर रहती है तब आस पास के गांव इससे प्रभावित रहता है। गौर करे कि सुचना के आधार पर लगातार खनन विभाग द्वारा कार्रवाई करते हुए अवैध खनन में शामिल वाहनों को जप्त कर फाइन भी किया जाता है। इसके बावजूद अवैध खनन पर विराम नहीं लग रहा है। वही ओवरलोड वाहनों का परिचालन भी धड़ल्ले से जारी है। ठाकुरगंज-बहादुरगंज रूट होकर सुबह से ही ओवरलोड डम्पर का परिचालन शुरू हो जाता है। ओवरलोड वाहनों के परिचालन से क्षेत्र की सड़कें खराब होने लगी हैं इसके बावजूद भी ओवरलोड वाहनों का परिचालन थमने का नाम नहीं ले रहा है। गौर करे कि ओवरलोड वाहनों के विरुद्ध पूर्व में कार्रवाई करते हुए ओवरलोड वाहनों पर फाइन किया गया इसके बावजूद भी लगातार ओवरलोड वाहनों का परिचालन बदस्तूर जारी है। यह कहना उचित होगा कि डायमंड कोड का असर क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। डायमंड कोड के सहारे ओवरलोड वाहन किसी भी रूट में जाती है और उन्हें कोई पकड़ने वाला नहीं है तभी तो खुलेआम ओवरलोड वाहनों का परिचालन बदस्तूर जारी है। वक्त रहते अगर ओवरलोड वाहनों और अवैध खनन को नहीं रोका गया तो सरकारी राजस्व को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।सरकारी राजस्व में रोजाना लाखों रुपए की क्षति इसी कारण से हो रही है। वही खान निरीक्षक उमाशंकर सिंह ने दो दिन पूर्व अवैध खनन को लेकर कार्रवाई करते हुए एक पोकलेन मशीन व एक मिट्टी लोड ट्रैक्टर को जब्त किया था। कार्रवाई तलीभिट्टा कनकई नदी में की गई। खान निरीक्षक उमाशंकर सिंह ने बताया कि कोचाधामन थाना क्षेत्र के काशीबाड़ी के समीप से एक बालू लोड ट्रैक्टर व पौआखाली थाना क्षेत्र के तेलिभिट्टा कनकई नदी में अवैध रूप से खनन कर रहे एक पोकलेन मशीन को जब्त किया गया था। जब्त दोनों गाड़ियों को पौआखाली थाना के सुपुर्द किया गया। फिर भी खनन माफिया बाज नही आ रहे। गौर करे कि जिले में अवैध खनन करने वालों का कई संगठित गिरोह काम कर रहा है जो अपने अपने क्षेत्र में चोरी छिपे खनन कर सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचाता है। सूचना मिलने पर विभाग कार्रवाई करती है लेकिन सुदूर गांवों में नदी के किनारे अवैध खनन की सूचना विभाग तक पहुंचने में भी कई बार देर होती है। स्थानीय स्तर पर दबंगों के द्वारा अमूमन खनन किया जाता है।