ठाकुरगंज : सड़क निर्माण कार्य का ग्रामीणों ने किया विरोध, अनियमितता बरतने का संवेदक पर लगाया आरोप।

अनियमितता बरतने वाले संवेदक पर जेई मेहरबान
किशनगंज-ठाकुरगंज, धर्मेंद्र सिंह/फरीद अहमद, जिला के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत बरचौंदी पंचायत के मदारी डांगा गांव में बिना सूचना पर लगाए ही सड़क निर्माण कार्य शुरू करवा दिया गया जिसमें सड़क निर्माण कार्य में संवेदक पर अनियमितता बरतने का आरोप लगाते हुए स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध किया। ग्रामीणों का कहना है कि यह सड़क किस योजना के तहत और कितनी राशि से बनवाया जा रहा है इसका बिना कोई सूचना पट लगाए हुए ही सड़क निर्माण कार्य शुरू करवा दिया गया और कार्य में अनियमितता बरती जा रही है। स्थानीय ग्रामीण का कहना है कि बेड मिसाइल के नाम पर हल्की पत्थर युक्त बालू सड़क में बिछाया जा रहा है जबकि सड़क में बेड मिसाइल डाला जाना चाहिए। जबकि बेड मिसाइल के नाम पर बालू युक्त कम मात्रा वाला पत्थर को बिछाया जा रहा है। ग्रामीणों ने कहना था कि अभी ठीक तरीके से सड़क का कार्य शुरू भी नहीं हुआ और संवेदक द्वारा अनियमितता बरती जानी शुरू हो गई है। सरकार जब एक नंबर मटेरियल का रुपया दे रही है तो फिर विकास कार्य में दो नंबर मटेरियल का प्रयोग क्यों हो रहा है ? ग्रामीण जानना चाहते है। स्थानीय लोग का कहना है कि बरसात के दिनों में आवागमन करने वाले ग्रामीणों को इस सड़क से होकर गुजरने पर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बरसात के दिनों में सड़क कीचड़मय हो जाती है। अगर मानक पूर्वक सड़क निर्माण कार्य कराया जाए तो लगभग 75 से 80 घरों के ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा मिलेगी और बरसात के दिनों की तकलीफों से निजात मिल जाएगा। स्थानीय मैनुल हक सहित अन्य ने विभाग से जांच कर मानक पूर्वक कार्य करवाने का आग्रह किया है। मामले को लेकर ऑफ कैमरा जानकारी देते हुए संवेदक इरसाद आलम ने बोखलते हुए कहा की अभी सूचना पट नहीं लगाए है शुकवार या शनिवार को शिलान्यास समारोह पर लगाया जाएगा। इस संबंध में कुछ ग्रामीणों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि कार्य शुरू होते ही अनियमितता बरतने का सिलसिला शुरू हो गया है तो ना जाने आगे किस तरह का कार्य किया जाएगा। ग्रामीणों ने नाम इसलिए जाहिर नहीं किया और ना ही बताया क्योंकि खबर चलने के बाद ग्रामीणों को आशंका है कि उनके साथ संवेदक द्वारा दुर्व्यवहार किया जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि कार्य में अनियमितता बरतने के कारण ही पूर्व दिनों में ग्रामीणों ने कार्य को रोका भी था। ग्रामीणों ने निर्माणाधीन सड़क कार्य में अनियमितता का विरोध भी किया है।