कोलकाता:-प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कालेधन को सफेद करने के मामले में बड़ा बाजार स्थित निजी बैंक के डिप्टी मैनेजर और टैक्स कंसलटेंट समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।इससे पहले बुधवार को ईडी की टीम ने टैक्स कंसलटेंट संजय जैन के सियालदह स्थित फ्लैट में छापेमारी कर कुछ दस्तावेज जब्त किए थे।संजय जैन पर आरोप है कि नोटबंदी के बाद पिछले कुछ दिनों में अपने खातों में दूसरों के करोड़ों रुपये के पुराने नोट जमा कराए थे।इस काम में बड़ा बाजार स्थित एक निजी बैंक का डिप्टी मैनेजर अमितेश सिन्हा मदद करता था।ईडी की टीम गिरफ्तार पांचों आरोपियों को बुधवार रात में ही सीजीओ कांप्लेक्स स्थित कार्यालय ले गई थी।ईडी व आयकर विभाग के साथ-साथ सीबीआइ के अधिकारी भी उनसे लगातार पूछताछ कर रहे हैं।नोटबंदी के बाद हवाला कारोबार और मनी लांडिंग के शक में ईडी ने बुधवार को बैंक ऑडिटरों के साथ मिलकर महानगर की कैमक स्ट्रीट स्थित कैनरा बैंक के जोनल ऑफिस में भी छापेमारी की थी।बैंक की कई शाखाओं में बड़ी मात्र में 500 व 1000 रुपये के पुराने नोट जमा कराने व एक से दूसरे खातों में इसे अवैध रूप से ट्रांसफर करने के बाद यह छापेमारी की गई थी। यहां लेनदेन के रिकॉर्ड व खातों की जांच के अलावा अधिकारियों से पूछताछ की गई।मंगलवार को भी ईडी की टीम ने कोलकाता व नदिया जिले में सात जगहों पर छापेमारी कर जनधन खातों व एनजीओ के जरिये कालेधन को सफेद करने के खेल का भंडाफोड़ किया था।ईडी ने बड़ा बाजार स्थित एक निजी बैंक में गत 12 नवंबर को एक कंपनी के खाते में 3.3 करोड़ रुपये की ट्रांजेक्शन को भी पकड़ा था।सूत्रों का कहना है कि नदिया जिले का एक एनजीओ इस समय ईडी के रडार पर है।कुछ दिनों के अंदर एनजीओ के खाते में 2000 बार हुए ट्रांजेक्शन के बाद ईडी ने उसे जांच के दायरे में लिया है।खबर है कि कमीशन के बदले कालेधन को सफेद करने के लिए एनजीओ के खाते में बड़ी राशि जमा की गई।
रिपोर्ट:-धर्मेन्द्र सिंह