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किशनगंज : जिले में यक्ष्मा उन्मूलन के लिए निश्चय मित्र एवं सामुदायिक सहभागिता पर एक दिवशीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन।

निक्षय मित्र बन टीबी उन्मूलन अभियान में आम जन भी निभा सकते हैं अहम भूमिका।

  • टीबी मरीजों को गोद लेने के लिए जिला यक्ष्मा केंद्र लोगों को कर रहा है प्रेरित।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, टीबी बीमारी को जड़ से मिटाने के लिए लगातार उन्मूलन अभियान चलाए जा रहे हैं। साथ ही साथ टीबी बीमारी को 2025 तक जड़ से मिटाने के लिए आम नागरिकों को अहम भूमिका निभाने के लिए मौका भी दिया जा रहा है। टीबी से ग्रसित मरीजों के लिए सामान्य नागरिक, गैर सरकारी संस्थान, जनप्रतिनिधि सहित अन्य लोगों को निक्षय मित्र बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। निक्षय मित्र बन कर टीबी मरीजों को सहायता करने के लिए स्वास्थ्य विभाग लोगों से अपील कर रहा है। ताकि जिले में टीबी से ग्रसित मरीजों को मदद मिल सके। निक्षय मित्र टीबी मरीजों को पोषण के साथ साथ रोजगार के लिए अवसर उपलब्ध करा सकते हैं। इसी क्रम में जिले में यक्ष्मा उन्मूलन के लिए निश्चय मित्र एवं सामुदायिक सहभागिता पर एक दिवशीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को सदर अस्पताल परिसर में किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले में टीबी रोग के उन्मूलन को लेकर जिले में किये जा रहे प्रयासों पर विस्तृत चर्चा की गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रशिक्षक विनय कुमार एवं जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने कहा जिला की वस्तुस्थिति एवं उन्मूलन में आ रही चुनौतियों को लेकर सभी सीएचओ, एसटीएस, एसटीएलएस, एलटी को निर्देश दिया कि निश्चय पोर्टल पर प्रतिदिन टेस्ट लिस्ट मॉनिटरिंग करें। साथ ही नियमित रूप से अपडेट भी करते रहें। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य रूप से सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अनवर आलम, डीपीसी विश्वजीत कुमार एवं एनसीडी समन्वयक नवाज शरीफ, जिला कार्यक्रम समन्वयक यक्ष्मा विभाग अभिनाश कुमार एवं एसटीएस मनोज वर्मा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। जिला कार्यक्रम समन्वयक यक्ष्मा विभाग अभिनाश कुमार ने बताया की निक्षय मित्र बनने के लिए अपने जिला यक्ष्मा केंद से संपर्क किया जा सकता है। निक्षय मित्र बनने के लिए communitysupport.nikshay.in पर लॉगिन कर प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान पर क्लिक कर निक्षय मित्र रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर क्लिक कर अपनी पूरी जानकारी देकर इस अभियान से जुड़ा जा सकता है। इसके अलावा इस निक्षय हेल्प लाइन नंबर 1800116666 पर कॉल कर के विस्तृत जानकारी ली जा सकती है। वहीं निक्षय मित्र बनने के लिए टीबी से ग्रसित मरीजों की सहमति लेकर पोषण के लिए उन्हें सहायता राशि उपलब्ध करानी होगी। सीडीओ सह जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया कि टीबी मरीजों को सरकार प्रति माह सहायता राशि उपलब्ध कराती है। इसके अलावा सरकार ने मरीजों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए निक्षय मित्र योजना की शुरुआत की है। इसके तहत कोई भी व्यक्ति निक्षय मित्र बन कर टीबी संक्रमित मरीजों को सहायता पहुंचा सकता है। उन्होंने बताया कि एक निक्षय मित्र अपनी सहूलियत के अनुसार एक से अधिक टीबी मरीजों को गोद ले सकते हैं। टीबी मरीजों को गोद लेने के बाद निक्षय मित्र प्रत्येक माह हर मरीज को पौष्टिक आहार के लिए 500 रुपये राशि प्रत्येक माह प्रदान कर सकते हैं। यह राशि कम से कम 6 माह तक प्रदान करना है। सीडीओ ने कहा कि टीबी मरीजों के लिए आम लोगों को आगे आने से उनमें आत्मविश्वास की भावना जगेगी।सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अनवर आलम ने बताया की टीबी रोग लाइलाज नहीं है। दवा सेवन से यह पूरी तरह ठीक हो जाता है। इसे ध्यान में रख मरीजों के प्रति होने वाले सामाजिक भेदभाव को दूर करने के लिए लोगों को सही जानकारी दें। टीबी के प्रति भ्रांतियों को दूर करें। टीबी मरीजों को सरकारी सहायताओं की जानकारी दें। पंचायती तथा अन्य निर्वाचित जनप्रतिनिधि टीबी से पीड़ित मरीजों की आर्थिक सामाजिक रूप से मदद कर सकते हैं। समाज के प्रतिनिधि होने के कारण वे पूरे समुदाय में सही जानकारी देकर टीबी उन्मूलन की दिशा में अलख जगा सकते हैं। इससे समुदाय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

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