किशनगंज : डीएम की अध्यक्षता में जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक सम्पन्न।

नैनो यूरिया, बॉयो फर्टिलाइजर, वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग कराने को लेकर कृषकों के बीच चलाएं अभियान : जिलाधिकारी
- कृषकों को स्वॉयल टेस्टिंग अनिवार्य रूप से कराने तथा इसी के अनुरूप उर्वरक आदि के उपयोग करने हेतु करें जागरूक एवं प्रेरित।
- उर्वरक की कालाबाजारी एवं अन्य गड़बड़ी करने वालों के विरूद्ध करें नियमानुकूल सख्त कार्रवाई।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, डीएम श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक समाहरणालय स्थित सभागार में सम्पन्न हुआ। जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में जिले में विभिन्न उर्वरकों की उपलब्धता, खपत एवं आवश्यकता आदि पर विचार-विमर्श हुआ। माननीय विधायक, विधान पार्षद एवं जनप्रतिनिधिगण के प्रतिनिधियों द्वारा उर्वरक से संबंधित सुझाव देने हेतु प्रायः इस मंच का उपयोग किया जाता है। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा रबी 2022-23 में उर्वरकों की आवश्यकता एवं उपलब्धता से संबंधित विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में यूरिया, डीएपी, एमओपी, एनपीके, एसएसपी आदि खाद की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। बैठक में जिलाधिकारी श्री शास्त्री द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि उर्वरक ससमय पर्याप्त मात्रा में जिले को उपलब्ध हो, इसे सुनिश्चित किया जाय। साथ ही कृषकों को उचित मूल्य पर उर्वरक मिले, इसे भी सुनिश्चित किया जाय। इस हेतु नियमित रूप से उर्वरक प्रतिष्ठानों आदि पर छापेमारी सुनिश्चित की जाय तथा गहनता से जांच की जाय। गड़बड़ी करने वालों के विरूद्ध नियमानुकूल सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि कृषकों को नैनो यूरिया, बॉयो फर्टिलाइजर, वर्मी कम्पोस्ट आदि के उपयोग हेतु जागरूक एवं प्रेरित करने हेतु समूचे जिले में अभियान चलाया जाय। साथ ही कृषकों को स्वायल टेस्टिंग अनिवार्य रूप से कराने तथा इसी के अनुरूप उर्वरक आदि का प्रयोग करने को भी जागरूक एवं प्रेरित किया जाय। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में आयोजित होने वाले किसान चौपाल में प्रचार प्रसार भी कराये जायेंगे। नैनो यूरिया, बॉयो फर्टिलाइजर, बर्मी कम्पोस्ट सहित किसानों के लिए लाभकारी अन्य विषयों से उन्हें अवगत कराया जायेगा।