अररिया : जिला प्रभारी मंत्री सह शिक्षा मंत्री ने विभागीय कार्यों की उपलब्धि एवं प्रगति को लेकर पदाधिकारियों के साथ कि समीक्षात्मक बैठक।

अररिया/अब्दुल कैय्यूम, शिक्षा मंत्री शिक्षा विभाग, बिहार सरकार-सह-प्रभारी मंत्री अररिया चन्द्रशेखर की अध्यक्षता में गुरुवार को समाहरणालय स्थित परमान सभागार में विभागीय कार्यों की उपलब्ध एवं प्रगति को लेकर जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री शाहनवाज आलम एवं जिला पदाधिकारी इनायत खान भाग लिये। बैठक में स्वास्थ्य, समेकित बाल विकास परियोजना, शिक्षा, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, पंचायती राज, उत्पाद एवं मद्य निषेध, आपदा प्रबंधन, सामाजिक सुरक्षा, मनरेगा, जल जीवन हरियाली, लोहिया स्वच्छ बिहार, प्रधानमंत्री आवास, पथ निर्माण, ग्रामीण कार्य विभाग, भवन प्रमण्डल, स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण, विद्युत प्रमण्डल, लघु सिंचाई, कल्याण विभाग, जीविका, सहकारिता विभाग, पर्यावरण वन एवं जलावायु परिवर्तन, योजना विभाग, भू-अर्जन, खाद्य एवं नागरिक आपूर्त्ति, परिवहन विभाग, सांख्यिकी विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, उद्योग विभाग, मत्स्य विभाग के कार्यकलापों गहन समीक्षा हुई। प्रगति संतोषजनक पाया गया। बैठक को संबोधित करते हुए माननीय मंत्री महोदय द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को लोक कल्याणकारी एवं विकासात्मक योजनाओं को पारदर्शिता के साथ धरातल पर उतारने को लेकर कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान माननीय मंत्री महोदय द्वारा निर्देशित किया गया है कि भूमिहीन विद्यालयों को नजदीक के विद्यालय में टेग करें। शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ एवं बेहतर बनाने को लेकर विद्यालयों में सभी आवश्यक संसाधन के साथ पठन-पाठन का कार्य, विद्यालय का समय पर संचालन तथा शिक्षकों एवं छात्रों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने को निर्देश दिया गया। आईसीडीएस की समीक्षा के क्रम में सभी आंगनवाड़ी केंद्रों का नियमित संचालन कराने का निर्देश दिया गया। सभी संबंधित कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया कि जिले में मरम्मति से संबंधित सड़क, पुल-पुलिया, नए निर्माणाधीन सड़क को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण करें। बैठक में मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त मनोज कुमार, राज मोहन झा, अपर समाहर्ता, सभी वरीय उप समाहर्ता, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सिविल सर्जन, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, आरडब्ल्यूडी, आरसीडी, पीएचईडी सहित संबंधित सभी पदाधिकारी एवं संबंधित राजनीतिक दल के जिला अध्यक्ष, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक उपस्थित थे।