*हर किसी के चेहरे पर खुशी एवं बड़े साहब की एक झलक पाने को आतुर थी.हाथों में फूल एवं मालाएं थी.और एक बेताबी थी अपने जिले के पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में आने की जानकारी मिलने की. किशनगंज वासी आतुर थे बड़े साहब के साथ एक सेल्फ़ी लेने के लिए…..*

कार्यालय संवाददाता-अक्सर 10% पुलिस वालों के गलत रवैये की वजह से आम जनता पुलिस की कार्यशैली पर उंगली उठाते है.मगर कुछ ऐसे भी लोग है जो अपने कार्य क्षेत्र में अपने कार्यो के अलावे आम जनता की शिकायत को सीधा सुनकर खुद ही मामले का निवारण भी करते है.अक्सर निम्न पदों पर रहने वाले अधिकारियों की कार्यशैली की शिकायत जब आम जनता द्वारा जिले के उच्च अधिकारियों से की जाती है तो कुछ उच्च अधिकारी उस शिकायत की जांच करने उन्ही के पास भेज देते है,जिससे उनकी शिकायत की जाती है.जिस वजह से समुचित न्याय नही आम जनता को मिल पाती और आम जनता पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्न उठाते है.मगर किशनगंज जिले के पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष के काम करने का अपना तरीका है.जिस वजह से लोग उनसे सीधे जुड़ते है एवं सुरक्षा व्यवस्था एवं विधि व्यवस्था बनाये रखने में पुलिस के साथ-साथ आम जनता एवं पत्रकारों का सहयोग उन्हें मिलता है.*
कोरोना काल के कुछ दिनों पूर्व, फरवरी 2019 में, बिहार पुलिस सप्ताह के कार्यक्रमों की श्रृंखला में, बहादुरगंज के भाटाबाड़ी गांव में नशे से पूर्ण मुक्ति के अभियान में युवा संवाद कार्यक्रम के लिए एसपी कुमार आशीष का आगमन हुआ तो लोग अपनी समस्या छोड़ कर उनके स्वागत में जुट गए लोग कितना खुश थे आप देख सकते है*👇
एक पुलिस अधिकारी के प्रति आम जनता का ऐसा स्नेह अतुलनीय है। आईपीएस कुमार आशीष अपनी कर्तव्यनिष्ठा और पुलिसिंग के जनोन्मुखी नवाचारों के लिए जाने जाते हैं। समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों तक त्वरित और सहज न्याय पहुंचाना अपना फर्ज मानते हैं।