पल भर में बिखर गया निशांत का भरा-पूरा परिवार, आखिर क्यों निशांत ने उठाया इतना बड़ा कदम…

पटना राजधानी स्थित कोतवाली थाने क्षेत्र के किदवईपुरी मोहल्ले में मंगलवार को राजधानी के बड़े कपड़ा व्यवसायी निशांत सर्राफ (42) एवं उसकी पत्नी अल्का सरॉफ (37) बेटी अन्या (9) की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गयी।वहीं चार साल के बेटे ईशांत को सिर में गोली लगी है। उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।उसकी स्थिति भी काफी नाजुक बनी हुई है।हालांकि स्थानीय पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह हत्या व आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है।निशांत ने पहले पत्नी, बेटी व बेटे को गोली मार दी, उसके बाद खुद सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली।पुलिस को निशांत के कमरे से सुसाईड नोट भी मिला है जिसमें उसने तीनों को गोली मारने के बाद खुद को गोली मारने की बात लिखी है। हालांकि सुसाईड नोट उसी ने लिखी है या इसे दूसरा रुप देने के लिए शातिर अपराधियों ने कोई चाल चली है। पुलिस पूरे मामले को गंभीरता पूर्वक जांच कर रही है।
छानबीन में जमीन व संपत्ति विवाद भी सामने आयी है।
भाईयों के साथ रहता था निशांत का परिवार।निशांत अपने दो भाईयों व माता-पिता के साथ संयुक्त परिवार में किदवईपुरी स्थिति अपने निजी आवास में रहता था। निशांत व उसके भाईयों का खेतान मार्केट में कपड़े की दुकान, बोरिंग रोड में ज्वेलरी की दुकान व नाला रोड में भी कारोबार है।निशांत व उसके परिवार की गिनती राजधानी के बड़े व्यवसायियों में होती है।पुलिस ने जब उसके भाईयों व उनकी पत्नियों से पूछताछ की तो उन लोगों ने बताया कि निशांत व उसका परिवार करीब सप्ताह भर पहले ही गर्मी की छुट्टी बीता कर घर आये थे।सोमवार की रात निशांत अपनी पत्नी व बेटे, बेटी के साथ खाना खाने के बाद अपने कमरे में सोने चला गया था।मंगलवार की सुबह आठ बजे तक जब सभी नहीं उठे तो परिजनों ने दरवाजा खटखटाया।आवाज नहीं आने पर दरवाजे को तोड़ दिया। अंदर देखा तो निशांत उसकी पत्नी व बेटी की लाश बिस्तर पर पड़ी थी, वहीं बेटे को सिर में गोली लगी थी और वह तड़प रहा था।बेटे को तुरंत इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।सभी के सिर में गोली लगी है।ऐसे में सबसे बड़ा सवाल उठता है कि इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद भी किसी को गोली चलने की आवाज सुनाई नहीं दी ? गंभीर सवाल है ? पुलिस को चाहिए कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गहराई से जांच करें ? तभी मामला सत्य स्पष्ट हो पाएगा ? परिजनों से जब यह पूछा गया कि रात में गोली चली तो किसी को इसकी आवाज तक सुनायी क्यों नहीं दी ? इसका जबाव परिजन सही ढंग से नहीं दे सके।एक-दो नहीं तीन-चार गोलियां चली होगी ? लेकिन बगल के कमरे में रहने वाले उसके भाईयों को इसकी आवाज क्यों नहीं सुनायी दी ? इसी से मामला थोड़ा संदिग्ध प्रतीत होता है।छानबीन में यह भी पता चला है कि परिजनों में संपत्ति व जमीन को लेकर विवाद था। तीनों की हत्या की गयी या निशांत ने यह आत्मघाती कदम उठाया ? इसका पता गंभीरता पूर्वक जांच से ही चल पायेगा ? सिटी एसपी (मध्य) पी0 के0 दास ने बताया कि अभी कुछ भी कहना मुश्किल है।जांच के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो पायेगा।
रिपोर्ट-अजय पांडे/अनुभव रंजन