बालू गिट्टी से लदे 6 चक्का के मालवाहक वाहनों का महात्मा गाँधी सेतु पर परिचालन पर रोक रहेगा, लेकिन ओवरलोडिंग के संबंध में छापामारी अभियान चलाया जाएगा

राजधानी की लाइफलाइन माने जाने वाले गांधी सेतु पर हर दिन लग रहे भीषण जाम को देखते हुए भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दिया गया है।सेतु पर तीन टन से भारी वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है।जिलाधिकारी ने इसका निर्देश ट्रैफिक एसपी को दिया है।पटना जिलाधिकारी श्री कुमार रवि ने बताया कि दिनाँक 14.05.2018 को मुख्य सचिव बिहार की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में निर्णय लिया गया था कि बालू गिट्टी से लदे 6 चक्का के मालवाहक वाहनों का महात्मा गाँधी सेतु पर परिचालन पर रोक रहेगा।इस संबंध में कार्यपालक अभियंता राष्ट्रीय उच पथ, महात्मा गांधी सेतु प्रमंडल पटना ने बताया की बालू गिट्टी सहित अन्य सभी प्रकार के निर्माण सामग्री से लदे 6 चक्का के मालवाहक वाहनों के परिचालन से महात्मा गांधी सेतु पर डिफ्लेक्सन बढ़ जाता है, इससे सेतु को क्षतिग्रस्त होने की संभावना है।इस आलोक में निर्णय लेते हुए जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक यातायात को निर्देश दिया कि बालू गिट्टी सहित अन्य सभी प्रकार के निर्माण सामग्रियों से लदे सभी 6 चक्कों का मालवाहक वाहनों के परिचालन पर रोक रहेगा।जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, पटना ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि सामग्रियों से लदे 6 चक्का मालवाहक वाहनों का परिचालन पूर्ववत रहेगा।उत्तरी बिहार से पटना आने जाने वालो बसों का परिचालन महात्मा गाँधी सेतु से होकर पूर्ववत जारी रहेगा।लेकिन ओवरलोडिंग के संबंध में छापामारी अभियान चलाया जाएगा।बिहार के मुख्य सचिव ने गांधी सेतु पर गाड़ियों के दबाव के साथ हो रही क्षति को बचाने के लिए पहले ही बताया था।महात्मा गांधी सेतु दक्षिण-उत्तर बिहार को जोड़ने वाला सबसे बड़ा पुल है।एक वर्ष पूर्व से ही इसके पश्चिमी लेन का परिचालन बंद कर निर्माण कार्य किया जा रहा है।अब एक ही लेन पर दोनों तरफ से गाड़ियां चलती हैं।गर्मी में जाम के कारण परेशानी लगातार बढ़ी रहती है।हर दिन लग रहे इस जाम को लेकर प्रशासन ने यह कदम उठाया है।
रिपोर्ट-पटना संवाददाता