बालिका गृह: क्यो मार दिया गया उस मासूम को ? सवाल कई जवाब शून्य…

मुज़फ़्फ़रपुर के साहू रोड स्थित जिले के बड़े होटल कारोबारी, कई स्वयंसेवी संस्था के संचालक और स्थानीय अखबार के संपादक ब्रजेश ठाकुर का बड़ा सा मकान है। एक कैम्पस में उनके अखबार प्रातःकमल का दफ्तर है तो उसके ऊपर के हिस्से में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित बालिका गृह और पालना घर। जब कि बगल में ही ब्रजेश ठाकुर का आवास है। सोमवार को बालिका गृह परिसर पुलिस, मीडिया की भीड़ थी सबकी निगाहें कुछ तलाश रही थी। इस बीच पुलिस के साथ एक लड़की आती है चेहरे पर नकाब है उसने इशारों से पुलिस वालो को कुछ बताया इसके बाद पोकलेन मशीन खुदाई करने लगी। सिर्फ मीडिया ही नही बल्कि आस पास के लोग भी बड़ी बेसब्री से इस
खुदाई को देख रहे थे।12 बजे के करीब एसएसपी हरप्रीत कौर पहुंचती है मीडिया से बात करती है फिर कमरे में चली जाती है लड़की से पूछताछ करने।इस बीच ब्रजेश ठाकुर की पत्नी और बेटी आती है मीडिया पर नाराजगी जताती है लेकिन इस सवाल का कोई जवाब नही होता है इतने दिनों से चले आ रहे इन गंदे खेल पर क्यो खामोश थी ? हालांकि इनका एक बड़ा आरोप था की बड़े लोगो को बचाने के लिए इनके पिता यानी ब्रजेश ठाकुर को फंसाया गया।उधर एसएसपी साहिबा पूछताछ में लगी थी इधर स्निफर डॉग को लाया गया उसकी निशानदेही पर फिर से पोकलेन मशीन से खुदाई शुरू हुई।लेकिन ब्रजेश ठाकुर के घर की महिलाये हंगामा करने लगी।नतीजा काम बंद हो गया।एसएसपी मैडम भी निकल गई…एसएसपी
के निकलने के बाद निशाने पर मीडिया थी।अचानक से सभी अपनी भड़ास निकालने लगे।लेकिन इन सबके बीच यह बड़ा सवाल रह गया कि आखिर कौन थी वो मासूम लड़की ? आखिर उसके साथ किसने की दरिंदगी ? क्यो मार दिया गया उस मासूम को ? सवाल कई थे लेकिन जवाब नही…आपको बताते चले की बिहार के कई जिलों के आश्रय गृहों में रहने वाले बच्चे व बच्चियों के साथ अमानवीय व्यवहार हो रहा है।वे गुलामों की जिंदगी जी रहे हैं।यौन शोषण, हिंसा के अलावा उन्हें गंदी हरकतों का सामना करना पड़ रहा।कई अल्पवास गृह की स्थिति भी बदतर है।टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (टिस्स) की ‘कोशिश टीम’ ने बाल व बालिका गृह व अल्पावास गृह के घिनौने चेहरे को सामने ला दिया है।एक ऐसी घिनौनी हकीकत सामने आई जिससे हर कोई शर्मसार
इस मामले में अब तक जिनकी गिरफ्तारी हुई
- 1-ब्रजेश ठाकुर
2-विकास
3-इंदु कुमारी
4-चन्दा देवी
5-हेमा मशीह
6-किरण कुमारी
7-मीनू देवी
8-नेहा कुमारी
9-मंजू देवी
10-CPO-रवि रौशन
11-फरार-CWC के अध्यक्ष दिलीप कुमार वर्मा
है।इस रिपोर्ट में मुजफ्फरपुर में सेवा संकल्प व विकास समिति द्वारा संचालित बालिका गृह की स्थिति सबसे खराब बताई गई थी।मई 2018 में यहां रहने वाली लड़कियों के यौन शोषण का खुलासा हुआ था।31 मई 2018 को यहां से 46 लड़कियों को मुक्त कराया गया था।इसके बाद यहां रहने वाली 21 लड़कियों का मोडिकल चेकअप कराने के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया था।मेडिकल चेकअप के लिए आयी एक लड़की ने ही शव दफनाये जाने की बात कही थी।मेडिकल रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि 21 में से 16 लड़कियों के साथ रेप हुआ था।जबकि दरभंगा भेजी गई लड़कियों में 13 के साथ रेप की पुष्टि हुई।इस मामले में बालिका गृह के संचालक ब्रजेश ठाकुर समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर