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2025 में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में किशनगंज ने बनाए अहम कीर्तिमान

गुणवत्ता, मानव संसाधन और विस्तार का वर्ष रहा 2025

किशनगंज,30दिसंबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, सतत विकास लक्ष्य (SDG-3 : सभी के लिए बेहतर स्वास्थ्य) की दिशा में वर्ष 2025 किशनगंज जिले के लिए स्वास्थ्य प्रणाली को सुदृढ़ करने वाला ऐतिहासिक वर्ष साबित हुआ। इस दौरान गुणवत्ता आधारित स्वास्थ्य सेवाओं, मानव संसाधन की मजबूती, जांच एवं उपचार सुविधाओं के विस्तार के साथ कई अहम उपलब्धियां दर्ज की गईं।

जिला गुणवत्ता आश्वासन समिति (DQAC) की सदस्य सुमन सिन्हा ने बताया कि वर्ष 2025 में जिले के 13 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (HWC) राज्य स्तरीय एनक्वास (NQAS) प्रमाणन में सफल रहे। इनमें टेढ़ागाछ प्रखंड का झाला, किशनगंज प्रखंड के गाछपाड़ा और मोतिहारा एचडब्लूसी ने गुणवत्ता प्रदर्शन में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। इस वर्ष सक्रिय एचडब्लूसी की संख्या 146 से बढ़कर 174 हो गई, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और मजबूत हुई।

सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि 2025 का उद्देश्य प्राथमिक स्तर पर गुणवत्ता की मजबूत नींव तैयार करना था। 13 संस्थानों का राज्य स्तरीय प्रमाणन इस दिशा में बड़ी उपलब्धि है। वर्ष 2026 में एपीएचसी और सीएचसी को राष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित कराने की तैयारी की जाएगी, ताकि मरीजों को और बेहतर सेवाएं मिल सकें। मानव संसाधन के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई। जिले में 212 एएनएम, 06 एमबीबीएस डॉक्टर और 05 आयुष चिकित्सकों की तैनाती से मातृ-शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, परिवार नियोजन, टीबी एवं गैर-संचारी रोगों की सेवाओं में निरंतरता आई है। एएनएम की संख्या बढ़ने से एंटीनेटल केयर और जन-जागरूकता अभियानों में तेजी आई है।

जांच सुविधाओं को लेकर डीपीएम डॉ. मुनाजिम ने बताया कि अब सदर अस्पताल में शुगर, किडनी, लीवर, हार्ट, हेपेटाइटिस, टायफाइड, थायराइड सहित 40 प्रकार की जांचें निःशुल्क उपलब्ध हैं, जिससे मरीजों का जेब खर्च कम हुआ है और इलाज सुगम हुआ है। आपदा प्रबंधन और बाल स्वास्थ्य को मजबूत करने के लिए जिले में 50 बेड का फील्ड हॉस्पिटल और पीकू (PICU) सेवाएं शुरू की गईं। जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा कि ये सुविधाएं दीर्घकालिक स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हैं, जिससे गंभीर बच्चों का इलाज अब जिले में ही संभव हो पा रहा है।

इसके अलावा परिवार नियोजन, टीबी उन्मूलन, कालाजार और फाइलेरिया नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चलाए गए। 22 नए स्वास्थ्य भवनों के निर्माण और 70 नई आशा कार्यकर्ताओं के जुड़ने से समुदाय स्तर पर स्वास्थ्य नेटवर्क और सशक्त हुआ है।
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि वर्ष 2025 में स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूत नींव रखी गई है। 2026 में राष्ट्रीय प्रमाणन, विशेषज्ञ सेवाओं के विस्तार और रेफरल में कमी पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि जिले के लोगों को बाहर जाने की मजबूरी न हो।

कुल मिलाकर, वर्ष 2025 में हुई प्रगति ने किशनगंज को “सभी के लिए स्वास्थ्य” के लक्ष्य की दिशा में एक ठोस और मजबूत आधार प्रदान किया है।

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