टीबी मुक्त भारत की दिशा में सशक्त कदम : किशनगंज में चल रहा है निगरानी और जनजागरूकता अभियान
वर्ष 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य, मरीजों को दवा, पोषण भत्ता और मानसिक सहयोग, निक्षय मित्र योजना से समाज की बढ़ रही भागीदारी
किशनगंज,24अक्टूबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, भारत सरकार के वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य को लेकर किशनगंज जिला स्वास्थ्य विभाग ने जनजागरूकता और निगरानी अभियान तेज कर दिया है। जिला स्वास्थ्य समिति की देखरेख में टीबी मरीजों की नियमित मॉनिटरिंग, दवा की उपलब्धता और पोषण भत्ता सुनिश्चित किया जा रहा है।
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने बताया कि जिले में टीबी उन्मूलन के लिए सर्वेक्षण, स्क्रीनिंग और फॉलोअप विजिट लगातार जारी हैं ताकि कोई भी मरीज इलाज से वंचित न रहे। वहीं जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. मंजर आलम ने कहा कि “रोगियों की निगरानी और उनका मनोबल बढ़ाना इस अभियान की कुंजी है।”
सरकार द्वारा टीबी मरीजों को निःशुल्क इलाज के साथ हर माह 1000 रुपये का पोषण भत्ता दिया जा रहा है। फील्ड टीमें यह सुनिश्चित कर रही हैं कि कोई मरीज बीच में दवा न छोड़े।
निक्षय मित्र योजना : समाज की भागीदारी से बढ़ा भरोसा
सरकार की निक्षय मित्र योजना के तहत कोई भी व्यक्ति, संस्था या प्रतिष्ठान टीबी रोगियों को गोद लेकर पौष्टिक आहार, दवा और मानसिक सहयोग प्रदान कर सकता है। इसके लिए निक्षय पोर्टल पर पंजीकरण की प्रक्रिया जारी है। डॉ. आलम ने कहा, “यह केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि मानवता की सेवा का अवसर है।”
डिजिटल निगरानी और सामुदायिक सहयोग से बदल रही तस्वीर
स्वास्थ्य विभाग ने निक्षय ऐप के जरिए सभी मरीजों का डेटा डिजिटल रूप से ट्रैक करना शुरू किया है। एएनएम और आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर मरीजों को दवा लेने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
सिविल सर्जन ने कहा कि “टीबी से लड़ाई केवल स्वास्थ्य विभाग की नहीं, बल्कि पूरे समाज की है। हर नागरिक यदि एक टीबी मरीज की मदद का संकल्प ले, तो टीबी मुक्त भारत का सपना जल्द साकार होगा।”



