नफरत और संविधान विरोधी बयान देने वाले गिरिराज सिंह बतायें, बिहार को टेक्सटाइल पार्क क्यों नहीं दिया,और बिहार हर मामलों में फिसड्डी राज्य क्यों है :एजाज अहमद
मुकेश यादव/:राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बिहार में वोटर अधिकार यात्रा में बिहार की जनता का तेजस्वी जी और राहुल गांधी जी सहित इंडिया महागठबंधन को समर्थन मिलने के कारण भाजपा और एनडीए के नेता अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं और बेचैनी और बौखलाहट में जिस तरह की भाषा बोल रहे हैं ये कभी भी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। बिहार में भ्रम और धर्म की राजनीति करके भाजपा 65 लाख वोटरों के नाम काटने के मामले से ध्यान भटकाने के लिए अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं और नेता प्रतिपक्ष को अर्बन नक्सल बोल रहे हैं ,जबकि नेता प्रतिपक्ष का पद संवैधानिक पद होता है और केंद्रीय मंत्री का इस तरह का बयान स्पष्ट करता है कि इनको संविधान और भारत के लोकतंत्र पर विश्वास नहीं है।
एजाज ने केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह से पूछा है कि बिहार को आपने कपड़ा मंत्रालय के माध्यम से टेक्सटाइल पार्क क्यों नहीं दिया। जबकि देश भर के विभिन्न राज्यों में नौ टेक्सटाइल पार्क दिए हैं। भाजपा के द्वारा केंद्र की सत्ता में आने के 11 वर्षों में जहां भाजपा के वादे के अनुसार 22 करोड लोगों को नौकरी और रोजगार मिलना चाहिए था , वहीं केंद्र सरकार के स्तर से नौकरी और रोजगार करीब साढ़े आठ लाख ही दिए गए है। इससे ही स्पष्ट होता है कि भाजपा की नीतियां नौकरी और रोजगार के प्रति ठीक नहीं है और सिर्फ नफरत के सहारे राजनीति करना चाहती है। और 20 वर्षों में बिहार को डबल इंजन सरकार ने फिसड्डी राज्य बना दिया है । केंद्र सरकार के द्वारा बिहार को वाजिब हक और अधिकार भी नहीं दिए जा रहे हैं। जिस कारण बिहार हर मामलों में बिहार फिसड्डी राज्य है। नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार चिकित्सा के क्षेत्र में, शिक्षा के क्षेत्र में और मानवीय विकास के सूचकांक के मामले में बिहार को फिसड्डी राज्य बनाने में केंद्र सरकार गिरिराज सिंह जैसे लोगों की भूमिका रही है ,क्योंकि केंद्र सरकार बिहार को राशि देने में कोताही बरत रही है ,जबकि गुजरात को राशि पर राशि दी जाती है । जहां बिहार के साथ केंद्र का अन्यायपूर्ण व्यवहार जारी है, वही बिहार को ना तो विशेष राज्य का दर्जा और ना ही विशेष पैकेज ,यह स्पष्ट रूप से प्रमाणित होता है कि बिहार के प्रति केंद्र सरकार का कैसा रवैया है। इन्होंने कहा कि नफरत की राजनीति करने वाली भाजपा मुद्दों से ध्यान भटकना चाहती है लेकिन बिहार की जनता अब डबल इंजन सरकार को मुद्दों के आधार पर घर रही है जिस कारण भाजपा और जदयू के खेमे में बेचैनी है और इसी बेचैनी का परिणाम है गिरिराज सिंह का ऐसा बयान।