राज्य में होगा बिहार खाद्यान्न भंडारण प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान का गठन
– बिहार राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम और खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के पदाधिकारियों-कर्मियों को यहां मिलेगा प्रशिक्षण
– संस्थान के गठन को मिली राज्य मंत्रिपरिषद की मंजूरी– खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के पदाधिकारियों-कर्मियों को अब यहां मिलेगा प्रशिक्षण
– एनएबीएल मानक वाली राज्य स्तरीय प्रयोगशाला भी खुलेगी।
त्रिलोकी नाथ प्रसाद/राज्य में जल्द ही बिहार खाद्यान्न भंडारण प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान, पटना नाम से एक नये प्रशिक्षण संस्थान का गठन किया जाएगा। इस संस्थान में बिहार राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम और खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, बिहार, पटना के पदाधिकारियों-कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उनकी दक्षता उन्मुखीकरण के लिए यहां विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस संस्थान के गठन को राज्य मंत्रिपरिषद ने मंजूरी दे दी है।
मंगलवार को राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में इस संस्थान की स्थापना और प्रशासनिक संरचना के गठन के लिए 4,64,94,396 रूपये के वार्षिक व्यय पर पदों की स्वीकृति दी गई। साथ ही इस बैठक में एनएबीएल मानक वाली राज्य स्तरीय प्रयोगशाला की स्थापना को भी मंजूरी दी गई है।
बिहार खाद्यान्न भंडारण प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान, पटना, बिहार राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम की एक इकाई के रूप में काम करेगा। इसका निर्माण पूरा होने के बाद खाद्य आपूर्ति से जुड़े पदाधिकारियों-कर्मियों को उच्च गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण मिल सकेगा। इससे खाद्य आपूर्ति से जुड़ी विभिन्न सरकारी योजनाओं को लागू करने और उन्हें सफल बनाने में बड़ी मदद मिलेगी।
इस प्रशिक्षण संस्थान में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, कल्याणकारी संस्थान एवं छात्रावास योजना, डब्ल्यूबीएनपी इत्यादि योजनाओं के खाद्यान्नों की गुणवत्ता की जांच के लिए एक अत्याधुनिक प्रयोगशाला रहेगी। इसमें उच्च स्तरीय खाद्यान्न जैसे- फोर्टिफायड राईस कर्नेल (एफआरके) इत्यादि पर शोध एवं अनुसंधान भी होगा। यहां बनने वाली प्रयोगशाला एनएबीएल मानक वाली इस तरह की पहली राज्य स्तरीय प्रयोगशाला होगी। इसके बनने से राज्य में शोध को भी बढ़ावा मिलेगा।