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परिवार नियोजन मेला आयोजित: “छोटा परिवार, सुखी परिवार” का संदेश लेकर आगे बढ़ा किशनगंज

किशनगंज,09सितंबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह,
किशनगंज प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को मिशन परिवार विकास अभियान के तहत परिवार नियोजन मेले का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य लोगों में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता फैलाना, जनसंख्या स्थिरीकरण और मातृ-शिशु स्वास्थ्य को बढ़ावा देना रहा।

मेले का उद्घाटन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आफताब आलम ने किया। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन सिर्फ जनसंख्या नियंत्रण का माध्यम नहीं, बल्कि स्वस्थ और खुशहाल समाज की नींव है। छोटे और नियोजित परिवार में माता-पिता बच्चों को बेहतर देखभाल, शिक्षा और पोषण दे पाते हैं।

“छोटा परिवार, सुखी परिवार” – विकास की दिशा में एक कदम

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि “छोटा परिवार, सुखी परिवार” केवल एक नारा नहीं, बल्कि आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य संतुलन का आधार है। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन अपनाने से न सिर्फ मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में गिरावट आती है, बल्कि समाज में स्थायी विकास की राह भी खुलती है।

अनियोजित गर्भधारण से बढ़ती जटिलताएं

जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने जानकारी दी कि अनियोजित गर्भधारण महिलाओं के स्वास्थ्य पर गहरा असर डालता है और शिशु के जन्म में जटिलताएं उत्पन्न करता है। उन्होंने कहा कि पहला बच्चा 20 वर्ष की उम्र के बाद और दूसरा कम से कम तीन साल के अंतराल पर होना चाहिए, ताकि मां और बच्चा दोनों स्वस्थ रहें।

परिवार नियोजन के सुरक्षित और प्रभावी साधनों की जानकारी दी गई

मेले में मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोगों को महिला और पुरुष नसबंदी, कॉपर-टी, माला-एन गोली, अंतरा इंजेक्शन और छाया गोली जैसे प्रमुख साधनों के बारे में जानकारी दी। इन सभी साधनों को सुरक्षित, असरदार और दीर्घकालिक बताया गया। इस दौरान लाभार्थियों को इन साधनों का निःशुल्क वितरण भी किया गया।

सरकारी प्रोत्साहन से बढ़ रहा रुझान

कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि सरकार द्वारा परिवार नियोजन साधनों को अपनाने वाले लाभार्थियों को प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

  • महिला व पुरुष नसबंदी पर ₹3000,
  • उत्प्रेरक को ₹400,
  • PPIUCD पर ₹2000,
  • अंतरा इंजेक्शन पर ₹100 प्रति डोज,
  • और आशा-एएनएम को ₹150-150 की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

यह पहल लोगों को परिवार नियोजन अपनाने के लिए प्रेरित कर रही है।

जिलाधिकारी ने की जागरूक समाज की अपील

इस अवसर पर जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा कि परिवार नियोजन एक सामाजिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि नियोजित परिवार ही समाज में संसाधनों का संतुलित उपयोग सुनिश्चित करता है और बच्चों को बेहतर अवसर प्रदान करता है। उन्होंने जिलेवासियों से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी की अपील की।

संतुलित परिवार, समृद्ध समाज की ओर कदम

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं की भागीदारी रही। कॉपपर-टी, अंतरा इंजेक्शन, माला-एन गोली और कंडोम जैसी सेवाओं का वितरण किया गया। प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक ने बताया कि जब परिवार संतुलित होगा, तभी बच्चे स्वस्थ, शिक्षित और योग्य बन पाएंगे।

सिविल सर्जन डॉ. चौधरी ने अंत में कहा कि अब समय आ गया है कि हम सभी “छोटा परिवार, सुखी परिवार” की अवधारणा को अपनाएं और एक स्वस्थ, सुरक्षित और जागरूक समाज के निर्माण में योगदान दें।

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